मुंबई :
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर तस्वीर फिलहाल साफ होती नहीं दिख रही है. दिल्ली में कांग्रेस की दूसरी बैठक खत्म हो चुकी है जिसमें महाराष्ट्र के तमाम नेता पहुंचे थे. इस बैठक में भी शिवसेना को समर्थन देने पर कोई फैसला नहीं किया जा सका है. कांग्रेस अब एनसीपी से चर्चा कर अपना निर्णय लेगी. उधर, राज्यपाल ने सरकार गठन के लिए शिवसेना को और वक्त देने से इनकार कर दिया है, हालांकि शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि वह राज्य में सरकार बनाने के लिए तैयार हैं लेकिन अन्य दलों का समर्थन पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है.
राज्यपाल ने नहीं दिया शिवसेना को वक्त
राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने राज्यपाल से कहा कि शिवसेना सरकार बनाने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से 2 दिन का वक्त मांगा था लेकिन वो देने से इनकार कर दिया है. ठाकरे ने कहा कि बाकी पार्टियों से शिवसेना की बातचीत चल रही है, लेकिन उनका पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है, ऐसे में हमें समय दिया जाए, हालांकि राज्यपाल ने शिवसेना को समय देने से मना कर दिया है.
राज्यपाल ने अब एनसीपी को बुलाया
राज्यपाल ने बीजेपी-शिवसेना के बाद अब एनसीपी से पूछा है कि क्या उनकी पार्टी सरकार बनाने को तैयार है. सबसे पहले बड़ी पार्टी बीजेपी और फिर दूसरी बड़ी पार्टी शिवसेना को इस बारे में पूछा गया था लेकिन बीजेपी ने सरकार बनाने से साफ इनकार कर दिया. वहीं शिवसेना ने सरकार बनाने की इच्छा तो जताई लेकिन बाकी दलों का समर्थन पत्र वक्त पर नहीं दे सकी. इस कड़ी में राज्यपाल ने तीसरी बड़ी पार्टी एनसीपी से सरकार बनाने के लिए पूछा है जिसे 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है. पार्टी के नेता अजित पवार राज्यपाल ने मिलने निकल चुके हैं.
शिवसेना को समर्थन पर फैसला नहीं: कांग्रेस
महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने पर कांग्रेस ने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है. सोनिया गांधी के साथ वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है और सोनिया गांधी फिर से एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बातचीत कर आगे कोई फैसला लेंगी.
कांग्रेस से बात कर NCP लेगी फैसला
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि नतीजों के 18 दिन बाद भी अब तक सूबे में सरकार नहीं बन पाई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से बात कर ही हम सरकार गठन को लेकर मंगलवार को कोई फैसला लेंगे. पार्टी नेता ने कहा कि इस बारे में सोनिया गांधी से भी चर्चा की जाएगी. महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना राज्यपाल के सामने विधायकों का समर्थन पत्र देने में नाकाम रही हैं, वहीं बीजेपी तो पहले ही संख्याबल की वजह से सरकार बनाने से इनकार कर चुकी है.