अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस ने रतनजोत प्लान्टेशन और फ़ूड फॉर वर्क के नाम पर एक करोड़ रुपये का घोटाला करने वाले तीन आरोपियों में से दो को बुधवार की रात गिरफ्तार कर लिया हैं. जबकि तीसरे आरोपी की तलाश अब भी जारी हैं.
आरोपियों में पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के ओएसडी रह चुके आरके कश्यप और पूर्व सर्वेयर राणा प्रताप सिंह को रायपुर से गिरफ्तार किया गया, कश्यप वर्तमान में कृषि विभाग के निदेशक और राणा प्रताप उपनिदेशक हैं.वहीं कृषि विभाग के सर्वेयर राकेश रमण सिंह की तलाश जारी हैं.
जानकारी के अनुसार अंबिकापुर के बटवाही गाँव में रतनजोत और फ़ूड फॉर वर्क के मनरेगा कार्य को फर्जी तरीके से दर्शाया गया था, फर्जी मनरेगा की राशी लगभग एक करोड़ रुपये थी जिसकी शिकायत अमरनाथ पांडे ने कोर्ट में की थी.जिसके बाद कोर्ट ने लुन्द्रा थाने को कार्यवाही के निर्देश दिए थे.इसी सम्बन्ध में आरोपियों की गिरफ़्तारी की गयी हैं.
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने बायोडीजल बनाना के नाम पर,काम के बदले अनाज योजना के तहत रतनजोत पौधारोपण का अभियान शुरू किया.इसकी जिम्मेदारी कृषि विभाग को दी गयी थी, लेकिन सरकारी आंकड़ों में दर्ज कार्य के अनुपात में पौधारोपण नही किया गया था. जिसके बाद जांच में लगभग एक करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ था.