इंदौर:
यहां एक सिरफिरी प्रेमिका को गिरफ्तार किया गया है। जिसका नाम सपना साहू बताया गया है। पुलिस का कहना है कि सपना साहू एक शादीशुदा व्यक्ति से प्यार करती है। पिछले दिनों सपना साहू ने उस व्यक्ति की पत्नी को 10 लाख रुपए का लालच दिया और शर्त रखी कि वो अपने पति को तलाक दे दे, पत्नी ने इंकार किया तो अब जान से मारने की धमकी देने लगी है।
जूनी इंदौर थाना एसआई अनिल गौतम के मुताबिक मंगलवार दोपहर शातिर अपराधी सपना साहू (37) निवासी कुंजवन कॉलोनी (आरटीओ रोड) को गिरफ्तार किया गया। उसके विरुद्ध न्यू लोहामंडी निवासी शालिनी पति विनोद साहू ने 27 मई को केस दर्ज करवाया था। शालिनी का आरोप है कि सपना घर में घुसी और कहा कि ‘पति को तलाक दे दे। मैं उससे प्रेम करती हूं।’ इनकार करने पर हत्या और अपहरण की धमकी दी। पुलिस ने उसकी तलाश में कई जगह छापे मारे, लेकिन वह नहीं मिली। मंगलवार को वह विनोद के साथ खुद थाने पहुंची और सरेंडर कर दिया। एसआई कृष्णा राठौर ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
प्रेमी से मुंबई में ब्याह रचाया
एसआई के मुताबिक सपना ने पूछताछ में बताया कि उसने दिसंबर 2013 में विनोद से मुंबई में शादी कर ली। आधार कार्ड और बैंक में भी विनोद का नाम दर्ज है। शालिनी के तलाक देने पर ही वैध पत्नी का दर्जा मिल सकता है, इसलिए उस पर दबाव बना रही थी। विनोद ने भी बयान दर्ज करवाए। उसने कहा कि मैं खुद सपना से परेशान हूं। उसका साथ छोड़ने पर वह अपराध करना शुरू कर देती है। सपना के खिलाफ अपहरण व अवैध वसूली के कई केस दर्ज हैं।
सपना और विनोद बिजनेस पार्टनर हैं
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसका पति विनोद बाणगंगा में रहता है। सपना और विनोद एक साथ रहकर व्यवसाय करते हैं। विनोद भी आपराधिक प्रवृति का है। वह पत्नी से मिलने बहुत कम जाता है। जब भी वह पत्नी के पास जाता है, सपना वीडियो कॉल कर देखती है कि वह घर में क्या कर रहा है। सपना उससे शादी करना चाहती है लेकिन पहली पत्नी द्वारा तलाक नहीं देने के कारण वह सफल नहीं हो पा रही है।
जिला सूचना अधिकारी को वसूली के लिए अगवा करने में पकड़ाई
एसआई कृष्णा राठौर के मुताबिक, सपना ने मार्च 2016 में साथी नरेंद्र यादव, युवराज उर्फ दादू रघुवंशी, रूपेश साहू की मदद से छत्तीसगढ़ के जिला सूचना अधिकारी जे.श्रीनिवास को अगवा कर दिलीप नगर स्थित एक फॉर्म हाउस में बंधक बना लिया था। श्रीनिवास के एक साथी ने पुलिस को कॉल कर दिया और दबिश देकर रिहा करवा लिया।