छत्तीसगढ़ : सरकार 662 दुकानों से बेचेगी शराब, क्या शराबबंदी सिर्फ चुनावी जुमला ?

रायपुर : प्रदेश में शराबबंदी को लेकर सिय्सी तानातनी का माहौल है. शराबबंदी के वादे को याद दिलाते हुए विपक्ष लगातार सरकार को घेरती रही है. ऐसे में खबर आ रही है कि राज्य सरकार फिलहाल शराबबंदी के मूड में नहीं है. इसके लिए बकायदा शराब की दुकानों के नए वित्तिय वर्ष में संचाल​न की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. नए वित्तीय वर्ष के शुरू होते ही प्रदेश में 662 शराब की दुकानें एक बार फिर से खुल जायेंगी.

गौरतलब है कि शराबबंदी को लेकर राज्य सरकार की बनी कमेटी एक साल पूरा होने के बाद भी अपना काम शुरू नहीं कर पायी है. इसकी वजह है कमेटी के लिए विपक्षी दलों द्वारा सदस्यों का नाम नहीं देना. इसको लेकर कांग्रेस सरकार मुद्दा बनाकर एक साल और शराब की दुकानों का चलाने जा रही है.

बता दें कि राज्य में अभी देशी-विदेशी मिलाकर कुल 712 शराब की दुकानें हैं. 50 दुकानें बंद होने के बाद नए वित्तीय वर्ष में राज्य में 662 दुकानें रह जाएंगी. आबकारी राजस्व की सुरक्षा की दृष्टि से शराब की कंपॉजिट दुकानें खोलने का फैसला किया है. अब देशी और विदेशी शराब एक ही दुकान से बेची जा सकेगी.

वहीं इस मामले में केबिनेट मंत्री प्रेमसाय टेकाम का बयान सामने आया है कि भूपेश सरकार धीरे-धीरे शराबबंदी की ओर आगे बढ़ रही है.

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