लंदन। कोरोना वायरस की वैक्सीन बना रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को अब धीरे-धीरे सफलता हासिल हो रही है। अब तक के दो परिणामों में वैज्ञानिकों को सकरात्मक परिणाम मिले है । लेकिन वैज्ञानिकों ने इसकी सफलता को लेकर कोई समय सीमा नहीं बताया है। तीसरे चरण के ट्रायल के बाद इसमें बदलाव भी सकता है । इस लिए यह कब तक बन पायेगी इसे बता पाना मुश्किल बताया है ।
तीसरे परिक्षण की शुरुवात
ऑक्सफोर्ड की वैज्ञानिक सारा गिल्बर्ट ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के मानव ट्रायल के तीसरे चरण का मूल्यांकन करना शुरू कर दिया है। यह देखा जा रहा है कि 18 साल से अधिक आयु के लोगों में वैक्सीन कैसे काम करता है और यह वैक्सीन कोरोना से संक्रमित लोगों को अस्वस्थ होने से बचाने के लिए कितना अच्छा काम करता है।
2021 की शुरुआत में कोरोना वैक्सीन को मिल सकती है सफलता
कोरोना वायरस की वैक्सीन विकसित करने की दौड़ जारी है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तरी गोलार्ध के सर्दियों के मौसम में इस साल के अंत तक कोरोना के मामलों में तेजी आने की आशंका जताई गई है। ब्रिटेन सरकार की वैक्सीन टास्कफोर्स की अध्यक्ष केट बिंघम ने कहा है कि ऑक्सफोर्ड कार्यक्रम को छोड़कर, उन्हें उम्मीद है कि 2021 की शुरुआत में कोरोना वैक्सीन को लेकर सफलता मिलेगी।