नई दिल्ली :
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही कांग्रेस के अंदर उठा-पटक का दौर जारी है. कांग्रेस अभी तक अगले अध्यक्ष का नाम तय नहीं कर पाई है. इस बीच राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवड़ा, हरीश रावत जैसे अन्य नेताओं ने भी अपना पद छोड़ दिया है. ऐसे में पार्टी के अंदर एक अनिश्चितता का माहौल बन गया है.
इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने बड़ा बयान दिया है और उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नेतृत्व को लेकर ‘स्पष्टता की कमी’ पार्टी को नुकसान पहुंचा रही है. उन्होंने पार्टी नेतृत्व की कमान किसी युवा नेता को सौंपे जाने का भी समर्थन किया. शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने कहा कि कांग्रेस में सुधार का रास्ता यही हो सकता है कि कार्य समिति सहित पार्टी में सभी महत्वपूर्ण पदों के लिए चुनाव हों, जिससे इनमें चुने जाने वाले नेताओं को स्वीकार्यकता हासिल करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के इस आकलन का भी समर्थन किया कि इस समय कांग्रेस की कमान किसी युवा नेता को सौंपी जानी चाहिए. थरूर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव होने पर महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा इसमें अपनी किस्मत आजमाने को लेकर फैसला करेंगी, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि यह गांधी परिवार का फैसला होगा कि प्रियंका इस पद के लिए चुनाव लड़ेंगी या नहीं. शशि थरूर ने पार्टी की मौजूदा स्थिति पर असंतोष जताते हुए कहा कि कांग्रेस जिन हालात से गुजर रही है उसका अभी कोई स्पष्ट जवाब नहीं है. तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘यह बिल्कुल सही बात है कि पार्टी के शीर्ष पद पर स्पष्टता की कमी संभवत: कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों को नुकसान पहुंचा रही है, इनमें से ज्यादातर पार्टी नेता की कमी महसूस करते हैं जो अहम फैसलों को देखे, कमान संभाले और यहां तक कि पार्टी में नई जान फूंके और उसे आगे ले जाए.’