नई दिल्ली:
देश में ‘आर्थिक मंदी’ पर चिंता जताते हुए कांग्रेस ने इसके लिये जिम्मेदार सरकार के कदमों के खिलाफ अगले महीने बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बृहस्पतिवार को पार्टी महासचिवों-प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों एवं पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती पर चिंता जताई.
बैठक में सोनिया ने साथ ही सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने, विरोध की आवाज को दबाने और संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि वे सोशल मीडिया में सक्रिय रहने के साथ ही सड़क पर उतरकर और गांव-गरीब तक सीधे पहुंचकर पार्टी की बात जनता के समक्ष रखें.
वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि खतरनाक बात है कि नरेंद्र मोदी सरकार को आर्थिक मंदी का अहसास नहीं है. बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा कि आर्थिक मंदी को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ सभी राज्यों में 15 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बैठक में यह भी फैसला हुआ कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर दो अक्टूबर को राज्यों के स्तर पर पदयात्रा निकाली जाएगी और बाद में जिला एवं ब्लॉक स्तरों पर भी यात्राएं निकाली जाएंगी. इन यात्राओं के माध्यम से लोगों को बापू की विचारधारा के बारे में रुबरू कराया जाएगा.