मुंबई: पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर को गिरफ्तार किया है जो उसे लगातार पकड़ने की चुनौती दे रहा था। आरोपी ने यूट्यूब, अपराधियों की मदद से वे सारे गुर सीख लिए थे जिससे पुलिस के शिकंजे में आने से बचा जा सके। आरोपी छह बार जेल की हवा खा चुका था। उसने जेल में बंद दूसरे आरोपियों से यह जानकारी हासिल की कि वे किन गलतियों के चलते पकड़े गए। इसके बाद उसे लगता था कि वह पुलिस को हमेशा झांसा देने में कामयाब होगा लेकिन उसकी चालाकी ज्यादा दिनों नहीं चली। गिरफ्तार आरोपी का नाम सोनू कुमार बनिया है। पुलिस ने जब सोनू को दबोचा वह गुजरात के वापी में तीन सराफा व्यवसायियों को लूटने की तैयारी कर रहा था। आरोपी ने दुकानों की रेकी कर रखी थी और वारदात अंदाज देने के लिए एक मोटरसाइकल का इंतजाम कर लिया था लेकिन शहर छोड़ने से पहले वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। शिवडी पुलिस ने सोनू के साथ उसके सुनील राजपूत नाम के साथी को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 14 लैपटॉप, एक आईपैड और कुछ इलेक्ट्रानिक सामान बरामद किया है जिसकी कीमत 8 लाख रुपए से ज्यादा है।
दूसरे अपराधियों से सीखता है बचने की तरकीब
डीसीपी रश्मि करंदीकर के मुताबित आरोपी बेहद शातिर है। वह इससे पहले छह बार जेल जा चुका है लेकिन जेल में वह लगातार दूसरे आरोपियों से बातचीत कर यह जानने की कोशिश करता था कि वे किन गलतियों की वजह से पुलिस के हत्थे चढ़े जिससे वह उन गलतियों को न दोहराए। इसके अलावा वह घंटों पुलिस स्टेशनों के बाहर खड़े होकर पुलिस के काम करने के तरीके पर नजर रखता था। एक वारदात की छानबीन के दौरान पुलिस के हाथ उसका मोबाइल नंबर लग गया लेकिन वह पुलिस को झांसा देने के लिए वह हर बार किसी जगह मोबाइल ऑन कर पुलिस को बुलाया और फिर मोबाइल बंद कर दूसरी दिशा में निकल जाता। पकड़े जाने से बचने के लिए वह खास मौके पर ही मोबाइल ऑन करता। इसके अलावा मोबाइल और सिमकार्ड लगातार बदलता रहता था। पुलिस मोबाइल से उससे संपर्क करती तो वह खुद को पकड़ने की सीधी चुनौती देता। इसके अलावा उसने यूट्यूब से भी चोरी की वारतादें अंजाम देने और पुलिस से बचने की तरकीबें सीखीं थीं।