VIRAL POST | जब दूल्हे ने दुल्हन के हाथों पहना मंगलसूत्र, जानिए लड़के ने क्यों उठाया ये कदम, दिल छू लेगी ये बात

नई दिल्ली: सुनने में ‘शादी’ एक छोटा सा शब्द है। लेकिन इस बंधन में बंधने के लिए कई रस्मों और रिवाजों से होकर गुजरना पड़ता है। वैसे आपने कभी ऐसी शादी के बारे में सुना है जिसमें दुल्हन ने दूल्हे को मंगलसूत्र पहनाया हो? दरअसल, सोशल मीडिया पर एक ऐसे व्यक्ति की कहानी वायरल हो रही है जिसने इस रिश्ते में बराबरी को अहमियत देते हुए शादी के दिन अपनी पत्नी के हाथों मंगलसूत्र पहनकर बहुत से लोगों को चैंका दिया। बता दें, मुंबई के शार्दुल कदम और तनुजा पाटिल की यह कहानी ‘ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे’ ने इंस्टाग्राम पर शेयर की है।

शार्दुल बताते हैं- तनुजा और मैं एक ही कॉलेज में पढ़ते थे लेकिन मुश्किल से हमारी बातचीत होती थी। ग्रेजुएट होने के 4 साल बाद, उसकी एक इंस्टाग्राम पोस्ट ने हमें दोबारा जोड़ा। दरअसल, उसने इंस्टा पर हिमेश का एक गाना शेयर किया और कैप्शन में लिखा, ‘टॉर्चर।’ मैंने रिप्लाई किया- ‘महा टॉर्चर।’ यहां से हमारी बातचीत दोबारा शुरू हुई! कुछ हफ्ते बाद, तनुजा ने मुझसे चाय पर आने को पूछा। फिर हम मिले और फिल्मों से लेकर फ्यूचर प्लान्स तक पर खूब बाते कीं। थोड़ी देर बाद हम नारीवाद के बारे में बात करने लगे। मैंने तुरंत कहा, ‘मैं पूरी तरह से फेमिनिस्ट हूं। उसने मेरी तरफ ऐसे देखा मानों उसे उम्मीद ही नहीं कि थी कि मैं ऐसा कुछ कहूंगा।’

एक महीने तक हम मिलते रहे। फिर, मेरे जन्मदिन पर उसने मुझे एक हैंडमेड कार्ड दिया। मुझे पता था कि मैं उसे पहले से ही लाइक करता था तो मैंने उससे कहा, मैं तुम्हे पसंद करता हूं, और मुझे लगता कि इसे लेकर मैं सीरियस हूं। दो दिन बाद उसने मैजेस किया- मैं भी तुम्हें पसंद करती हूं। हमने डेटिंग शुरू की और जल्द ही प्यार हो गया। जब हमने अपने रिश्ते की खबर पेरेंट्स को दी तो वह खुशी से झूम उठे। इसलिए, जब सितंबर 2020 में महामारी की पहली लहर थमी तो तनुजा और मैंने शादी की प्लानिंग शुरू कर दी।

हालांकि, इसी दौरान मैंने तनुजा से कहा, ‘ऐसा क्यों है कि सिर्फ लड़की को ही मंगलसूत्र पहनना पड़ता है? हम दोनों बराबर हैं, इसलिए मैंने घोषणा की कि शादी के दिन मैं भी मंगलसूत्र पहनूंगा।’ यह बात सुनकर मेरे पेरेंट्स हैरान थे। रिश्तेदार पूछने लगे कि तुम ऐसा क्यों करना चाहते हो। मैंने कहा कि मेरे लिए शादी का मतलब बराबरी है। और हां, मैंने तनुजा के पेरेंट्स से यह भी कहा कि शादी का सारा खर्च हम आपस में बराबर बाटेंगे।

मुझे याद है कि शादी के दिन से पहले तनुजा ने मुझसे पूछा था कि यह एक दिन की बात है कि तुम रोज इसे पहनोगे? मैंने कहा, मैं इसे रोज पहनूंगा! फेरों के बाद जब तनुजा और मैंने एक-दूसरे को मंगलसूत्र पहनाया तो मैं काफी खुश था! लेकिन अगली सुबह तनुजा और मैं हैरान थे क्योंकि इंटरनेट पर हमारी बातें हो रही थीं। हम ट्रोलिंग का शिकार हो गए थे। कुछ लोग कह रहे थे अब साड़ी भी पहन लो। यहां तक उदारवादियों ने भी मुझे ट्रोल किया। उन्होंने लिखा- यह जेंडर इक्वलिटी को सपोर्ट करने का सही तरीका नहीं है।

हालांकि, मुझे एहसास था कि ऐसा कुछ हो सकता है। लेकिन मामला इतना बढ़ जाएगा ये अंदाजा नहीं था। पहले तो तनुजा इससे काफी प्रभावित हुई, लेकिन अब 4 महीने गुजर चुके हैं और हमें ट्रोलर्स से फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि किसी दूसरे से ज्यादा मैं और तनुजा अपने रिश्ते को अच्छे से समझते हैं। हम एक दूसरे के काम को सपोर्ट करते हैं, एक

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