RAIPUR | टी एस सिंहदेव को क्या आलाकमान दे रही है भाव, सियासी खींचतान के बाद चर्चाओं का बाजार फिर हुआ गर्म

रायपुर: छत्तीसगढ़ में सियासी खींचतान जारी है। इस बीच टीएस सिंहदेव बार-बार दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं। मगर आलाकमान की तरफ से अभी तक उन्हें कोई ठोस जवाब नहीं मिला है। हाल की बात करें तो आलाकमान से उनकी मुलाकात तक नहीं हो पा रही है। ऐसे में छत्तीसगढ़ सियासी गलियारों में कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। पार्टी के अंदर में भी कई चर्चाएं हैं। हाल के दिनों की घटनाओं को लेकर उनके विभाग पर भी कई तरह के सवाल हैं।

अभी हाल ही में कुपोषण से पंडो जनजाति के लोगों की लगातार मौत के बाद भी बाबा का उन परिवारों से मिलने के लिए नहीं जाना। साथ ही कोविड और अन्य बीमारियों के प्रकोप के बीच स्वास्थ्य महकमे की अनदेखी कर दिल्ली में लॉबिंग के लिए डेरा जमाना चर्चा का विषय बना हुआ है। टीएस सिंहदेव शनिवार रात एक बार फिर दिल्ली पहुंचे थे। वे दिल्ली में छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया सहित अन्य नेताओं से मिलना चाहते थे। लेकिन पुनिया सीडब्ल्यूसी बैठक के बाद बाराबंकी चले गए। सिंहदेव की दिल्ली में कोई भी महत्वपूर्ण मुलाकात नहीं हो पाई

रविवार को दिल्ली से लौटे
बाबा को सोमवार शाम को रायपुर वापस लौटना था लेकिन अंबिकापुर स्थित मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्चों की मृत्यु के मामले को तूल पकड़ता देख, उन्हें अचानक रविवार शाम को ही वापस लौटना पड़ा। हैरानी की बात ये है कि टीएस देव के दिल्ली जाने के पहले ही ये घटना हो चुकी थी। उन्हें पूरी जानकारी भी थी। फिर भी वे दिल्ली चले गए। माना जा रहा है कि आलाकमान ने उन्हें निर्देश दिया है कि वे अपने काम पर फोकस करें क्योंकि स्वास्थ्य महकमे की बिगड़ती तस्वीर का प्रतिकूल असर कांग्रेस और सरकार की छवि पर भी पड़ रहा है।

क्या नहीं मिल रहा है भाव?
गौरतलब है कि आलाकमान पर दबाव बनाने के मकसद से टीएस सिंह देव पिछले कई महीनों से दिल्ली में ज्यादा और रायपुर में कम रहे हैं। कोविड के प्रकोप के बीच भी वे दिल्ली में लगातार 20 दिन से ज्यादा रुके थे। इसके बाद कभी जन्मदिन तो कभी पारिवारिक उत्सव के बहाने वे लगातार दिल्ली जाते रहे। स्वास्थ्य विभाग की बदहाली को लेकर बीजेपी की घेराबंदी के बीच कई बार मुख्यमंत्री को दखल देना पड़ा। ये भी टीएस सिंहदेव को नागवार लगा। इसकी शिकायत भी उन्होंने आला नेतृत्व से की थी।


बीजेपी ने फिर घेरा

प्रदेश में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और छत्तीसगढ़ में लगातार बच्चों की हो रही मौत को लेकर बीजेपी नेता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में लगातार संस्थागत प्रसव को लेकर पहले भी कई मामले सामने आए हैं। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के अस्पताल में एक दिन में चार बच्चों की मौत हो जाना यह साफ बताता है कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री अपना धर्म भूल गए हैं। बीजेपी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव न तो मंत्री पद का धर्म निभा पा रहे हैं, न ही विधायक पद का। उन्होंने कहा कि टीएस सिंहदेव सत्ता राप्ती की दौड़ में गांधी परिवार की परिक्रमा में व्यस्त हैं।

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उनके दिल्ली आने की जानकारी नहीं

स्वास्थ्य मंत्री के लगातार दिल्ली जाने और कांग्रेस के आला नेताओं से चर्चा ना हो पाना यह सियासी गलियारों में चर्चा का बड़ा मुद्दा है। इस पूरे मसले को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रभारी पीएल पुनिया ने नवभारत टाइम्स.कॉम से बातचीत में कहा कि उन्हें सिंहदेव के छत्तीसगढ़ आने की कोई जानकारी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनसे बातें तो होती रहती हैं, पर वह मुलाकात करने के लिए दिल्ली आए थे। इस बारे में उनके पास कोई जानकारी नहीं है।


बीजेपी फैला रही झूठ
वहीं, प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बच्चों की मौत की घटना बेहद दुखद है लेकिन स्वास्थ्य विभाग लगातार इस तरह की घटनाएं, भविष्य में ना हो, उसको लेकर काम कर रहा है। वहीं, बीजेपी के आरोपों का पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी झूठ फैलाने की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कर रहा है।
आनंद शुक्ला ने यह भी कहा कि घटना की जानकारी लगते ही स्वास्थ्य मंत्री ने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर वापस छत्तीसगढ़ पहुंचे। इस पूरे मामले को संज्ञान में लिया है। वहीं, क्षेत्र के प्रभारी मंत्री शिव कुमार डेहरिया ने आला अधिकारियों के साथ बैठक कर क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने का काम कर रहे हैं।

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