SURGUJA | ‘मुस्लिम दुकानदारों’ का बहिष्कार का वीडियो वायरल, पुलिस ने कहा- कुछ बाहरी लोग वहां आए और गांववालों को उकसाया

सरगुजा: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के एक गांव का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग ‘मुस्लिम दुकानदारों’ का बहिष्कार करने और मुसलमानों के साथ किसी भी व्यावसायिक लेनदेन में शामिल होने से बचने की शपथ लेते दिख रहे हैं। पुलिस ने मामले में जांच का आदेश दिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने गांव के लोगों से ऐसी किसी भी सभा में शामिल ना होने की अपील भी की है।

कुछ दिनों पहले सरगुजा और बलरामपुर जिले के दो गांवों के लोगों के बीच हुए झगड़े के बाद गुरुवार को यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में लोग यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, ‘आज से हम हिंदू संकल्प लेते हैं कि किसी भी मुसलमान दुकानदार किसी भी तरह के समान की खरीदारी और बिक्री नहीं करेंगे। जो फेरी वाले हमारे गांव में आते हैं, हमारे क्षेत्र में आते हैं, उनकी जांच के बाद अगर वो हिंदू हैं, तभी खरीदारी करेंगे, अन्यथा नहीं करेंगे।’

कुछ लोग घटना को दे रहे सांप्रदायिक रंग: कलेक्टर
सरगुजा के कलेक्टर संजीव झा ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और एसडीएम ने गुरुवार को गांव का दौरा किया और वहां के लोगों से बात की। पुलिस दोनों पक्षों के लोगों पर कार्रवाई कर रही है।  स्थानीय स्तर पर नए साल के जश्न के दौरान यह सब शुरू हुआ था, अब कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी।’

जमानत मिलने से नाराज हुए गांववाले: एएसपी शुक्ला
सरगुजा एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि 1 जनवरी को बलरामपुर के कुंभकला गांव में आरा गांव के कुछ गांववाले नए साल का जश्न मनाने आए थे। उसी दौरान यह घटना हुई। उन्होंने बताया, ‘एक विशेष समुदाय के लोग जो आरा के रहने वाले थे, उनका कुंभ कला गांव के लोगों से विवाद हुआ। विवाद के बाद वे लोग आरा वापस गए और वापस आकर फिर से झगड़ा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। दूसरे दिन, आरा गांव के छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, लेकिन उसी दिन उन्हें जमानत मिल गई। इससे कुंभ कला के लोग नाराज हो गए।’

बाहरी लोगों ने गांववालों को भड़काया: पुलिस
पुलिस ने कहा कि बाहर से आए कुछ लोगों ने स्थिति का फायदा उठाकर गांववालों को भड़काया। शुक्ला ने कहा, ‘दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति का फायदा उठाते हुए कुछ बाहरी लोग वहां आए और गांववालों को उकसाया और फिर एक विशेष समुदाय के खिलाफ नारेबाजी की गई। जैसे ही हमें शिकायत मिली, मैं और अन्य वरिष्ठ अधिकारी गांव पहुंचे और समझाया कि कुछ लोग इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और गांववालों को इसमें नहीं फंसना चाहिए।’

पुलिस बोली- जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी
इस बीच, पुलिस ने उन लोगों की तलाश शुरू कर दी है जो गांव में आए थे और गांववालों को एक विशेष समुदाय के खिलाफ शपथ लेने के लिए उकसाया था। शुक्ला ने कहा, ‘फिलहाल विशेष समुदाय के खिलाफ नारेबाजी करने और गांववालों को भड़काने वाले आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है। हमें शिकायत मिली है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। निर्दोष गांववालों को अपनी गलती का अहसास है।’ पुलिस ने कहा कि वह वीडियो फुटेज के आधार पर जानकारी कर रही है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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