दो आशिक, एक माशूका और डबल मर्डर… हैरान कर देगी एक बेटी के कातिल बन जाने की ये खूनी दास्तान

नई दिल्ली: कभी-कभी इंसान अपने माशूक की मोहब्बत में इस कदर दीवाना हो जाता है कि उसे अच्छे बुरे का ख्याल ही नहीं रहता. वो हरदम अपने महबूब की हर बात को पूरा करने के लिए तैयार रहता है. या यूं कहें कि उस पर इश्क का जुनून इस तरह सवार हो जाता है कि वो कुछ भी करने से गुरेज नहीं करता. फिर चाहे बात किसी की जान लेने की हो या देने की. ऐसा एक सनसनीखेज मामला चार महीने पहले यूपी के कानपुर जिले से सामने आया था. जिसके खुलासे ने आम लोगों के साथ-साथ पुलिस को भी हैरान कर दिया था. आज क्राइम कथा में कहानी उसी खौफनाक वारदात की.

सुबह का वक्त, 5 जुलाई 2022 गुरुवार, कानपुर
यही वो दिन था. जब सुबह के वक्त कानपुर के बर्रा इलाके में ईडब्ल्यूएस कॉलोनी के एक मकान के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी. कुछ देर बाद पुलिस भी वहां आ गई थी. जब पुलिस भीड़ को चीरती हुई उस मकान में दाखिल हुई तो सामने दो लोगों के मुर्दा जिस्म पड़े थे. मरने वाले शख्स का नाम मुन्नालाल (61) था और दूसरी लाश उनकी पत्नी राजदेवी (55) की थी. ये दोनों उस मकान में अपनी बेटी कोमल और बेटे अनूप के साथ रहते थे. मुन्नालाल रिटायर्ड ऑर्डिनेंस कर्मी थे. डबल मर्डर की वारदात ने हर किसी को सकते में डाल दिया था. बुजुर्ग दंपति की कत्ल गला काट कर किया गया था. 

शादी की तैयारी में जुटा था परिवार
डबल मर्डर की ये सनसनीखेज वारदात वारदात जितनी भयानक थी, उसके पीछे छुपी साजिश की कहानी उतनी ही खौफनाक निकली. रिटायर्ड ऑर्डिनेंस कर्मी मुन्नालाल और उनकी बीवी राजदेवी अपनी बेटी कोमल की शादी की तैयारी में लगे हुए थे. जबकि उनके बेटे अनूप का उसकी पत्नी से विवाद चल रहा था, इसलिए वो शादी के फौरन बाद ससुराल छोड़कर अपने मायके जा चुकी थी. इसी दौरान 5 जुलाई की सुबह बुजुर्ग दंपति अपने-अपने बिस्तर पर मरे हुए पाए गए थे. किसी ने तेजधार हथियार से दोनों का गला काट दिया था. खून से बिस्तर लाल हो चुके थे. वहां मंजर देखना हर किसी के बस में नहीं था.

अनूप को बहन ने ही दी थी हत्या की खबर
पुलिस ने पंचानामे के बाद दोनों लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था. इस दौरन वारदात को लेकर मृत दंपति के बेटे अनूप ने बताया था कि आधी रात को उसके मां-बाप की हत्या चापड़ से गला काट कर की गई और उसे कुछ पता ही नहीं चला, क्योंकि वो फर्स्ट फ्लोर पर बने कमरे में सो रहा था, जबकि नीचे उसके मम्मी-पापा और उसकी बहन सो रही थी. पापा बाहरवाले कमरे में थे, जबकि मम्मी और बहन अंदर वाले कमरे में साथ सोई थी. सुबह-सुबह उसकी बहन कोमल ने ही उसे ऊपर जाकर जगाया और बताया कि किसी ने उनके मम्मी-पापा का कत्ल कर दिया है. 

हैरान करने वाली बात 
इसी दौरान अनूप ने पुलिस को एक और अहम बात बताई. उसने पुलिस से कहा कि बीती रात में उसे चक्कर सा आ रहा था और उसे शक है कि किसी ने उनके खाने में कुछ मिला दिया था. मगर, हैरानी की बात ये थी कि तब तक उनके घर में बाहर से कोई आया भी नहीं था. बेटे के इस बयान से दो सवाल खड़े हो रहे थे. पहला तो ये कि जब क़त्ल से पहले घर में बाहर से कोई आया नहीं था, तो फिर उनके खाने में कोई नशीली चीज़ किसने मिलाई? और दूसरा ये कि जब उसकी बहन मां के साथ ही सो रही थी, तो फिर उसे अपनी मां पर हुए हमले का पता क्यों नहीं चला? 

सामने आया था अनूप के साले का नाम
अनूप का बयान दर्ज हो जाने के बाद बारी थी, घर की बेटी यानी कोमल के बयान की. पुलिस अब कोमल से पूछताछ कर रही थी. कोमल ने भी पुलिस को तकरीबन वही कहानी सुनाई, जो उसका भाई सुना रहा था. यानी कातिल आधी रात घर में घुसे और उनके मम्मी पापा की हत्या कर चले गए और जब तक उसकी नींद खुली, तब तक कातिल वहां से दूर जा चुके थे. इसी दौरान कोमल ने एक नई बात और कही कि उसने तीन नकाबपोश लोगों को अपने घर से भागते हुए देखा था और इनमें उसके भाई अनूप का छोटा साला मयंक गुप्ता भी शामिल था. 

पुलिस ने फिर से की अनूप से पूछताछ
अब पुलिस ने एक बार फिर घर के बेटे अनूप से बात करने का फैसला किया. असल में अनूप का अपनी पत्नी के साथ तलाक का केस चल रहा था और मुआवजे के तौर पर पत्नी और उसके घरवालों ने अनूप और उसके घरवालों से 50 लाख रुपये की मांग भी रखी थी. ऐसे में अनूप जो कहानी सुना रहा था, उसके मुताबिक उसके मां-बाप का कत्ल उसके सालों ने ही किया था. यानी इस डबल मर्डर का पहला शक अनूप के सालों और ससुरालवालों पर भी था. साथ में अनूप पड़ोस के ही एक दुकानदार पर भी शक जता रहा था. और पुलिस ने इन्हीं इल्ज़ामों के मुताबिक अनूप के ससुरालवालों से पूछताछ भी शुरू कर दी थी.

तीन नकाबपोश बनाम एक नकाबपोश
कोमल के बयान के बाद शक अनूप के एक साले समेत तीन नकाबपोश कातिलों पर था, जो आधी रात चुपके से घर में घुस आए थे, ऐसे में पुलिस ने गली में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने का फैसला किया. लेकिन फुटेज में कुछ अलग ही कहानी नजर आ रही थी. फुटेज में तीन नकाबपोश कातिलों की जगह सिर्फ एक ही नकाबपोश शख्स खाली हाथ पैदल ही उनके घर की तरफ आता दिख रहा था और करीब एक घंटे के बाद वो पैदल ही वापस जाता भी दिखाई दिया. लेकिन वापसी में उसके साथ में एक बैग ज़रूर था. ज़ाहिर है जब तीन नकाबपोश कातिल की जगह वही इकलौता शख्स कैमरे में कैद हुआ था, तो शक इसी शख्स पर होना लाज़िमी था.

शक पैदा करनेवाली तीन अहम बातें
इसी के साथ तीन ऐसी बातें थीं, जो शक पैदा कर रही थीं. पहली ये कि कातिलों ने घर में घुस कर हत्या की, लेकिन घर में किसी को इस बात का पता नहीं चला. ख़ास कर बेटी को जो खुद मां के साथ एक ही बिस्तर पर सो रही थी. दूसरी ये कि बेटी ने बताया कि उसने तीन नकाबपोश कातिलों को भागते हुए देखा था, तो फिर सवाल ये था कि उसने शोर क्यों नहीं मचाया? और तीसरी अहम बात ये कि क़ातिल घर में इतने आराम से कैसे दाखिल हो गए? जबकि आम तौर पर रात को लोग दरवाज़ा बंद करके सोते हैं.

सख्ती करने पर कोमल ने उगला खूनी सच
इन तीन बातों की वजह से घर की बेटी कोमल ही शक के दायरे में आ चुकी थी. पुलिस ने जब सख्त लहजे में उससे पूछताछ की, तो वो सवालों का जवाब देने में लड़खड़ाने लगी. खास कर घर का दरवाज़ा खुला होने, कातिलों को देखने के बावजूद उसके चुप रह जाने, दो-दो क़त्ल के बावजूद खुद के बेख़बर होने का उसके पास कोई जवाब नहीं था. उसके दोनों हाथों पर चोट के निशान भी थे. ऐसे में जब पुलिस ने उसके साथ सख्ती की तो उसने मान लिया कि उसी ने अपने आशिक रोहित के साथ मिलकर अपने मां-बाप के कत्ल की साजिश रची थी. उसने जो कबूलनामा पुलिस के सामने बयां किया, वो हैरान करनेवाला था.  

जूस में मिलाकर दिया था जहर
पुलिस को पूछताछ के दौरान आरोपी कोमल ने बताया कि उसने अपने आशिक रोहित के साथ मिलकर इस कत्ल की प्लानिंग की थी. यहां तक कि वो मां-बाप के अलावा अपने भाई अनूप को भी मारना चाहती थी. कुछ इसी इरादे ने उसने बीती रात मां-बाप के साथ-साथ भाई को भी जूस में जहर मिलाकर दिया था, लेकिन भाई ने जूस पूरा नहीं पीया. जबकि उसके मां-बाप जूस पीकर सो गए थे. कत्ल के दौरान भी आधी रात उसने ऊपर जाकर अपने भाई अनूप को जगाने की कोशिश की थी, ताकि प्रेमी के हाथों उसका भी गला कटवा दिया जाए, लेकिन गहरी नींद में सो रहे अनूप ने पहली बार में दरवाज़ा नहीं खोला और तब मां-बाप की जान लेकर ही आशिक रोहित वहां से फरार हो गया और प्लान बी के मुताबिक कोमल ने अपने भाई को जगा कर मां-बाप के क़त्ल का ड्रामा शुरू कर दिया था.

सीसीटीवी में दिखाई दिया था रोहित
कोमल और अनूप से पूछताछ के साथ-साथ पुलिस ने मौका-ए-वारदात पर बारीकी से छानबीन की. हर पहलू को खंगालने की कोशिश की. मौका-ए-वारदात के आस-पास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया. उसी में एक कैमरे की फुटेज में रोहित भी दिखाई दिया था. वह देर रात संदिग्ध हालात में मुन्नालाल के घर की तरफ जाता हुआ दिखाई दे रहा था. बस फिर क्या था, कोमल का बयान और सीसीटीवी फुटेज की बिनाह पर पुलिस ने बिना देर किए रोहित के घर दबिश दी और उसे गिरफ्तार कर लिया.

रोहित ने कबूला जुर्म
पुलिस रोहित नाम के उस लड़के को पकड़कर थाने ले आई और उससे इस डबल मर्डर के बारे में पूछताछ शुरू कर दी. सख्ती दिखाने पर वह भी सच उगलने लगा और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. अब कातिल बोल रहा था. पुलिस उसे सुन रही थी. कातिल अपने गुनाह की वजह सुना रहा था. पुलिस उसका बयान दर्ज कर रही थी. कुल मिलाकर इस डबल मर्डर के दोनों आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में आ चुके थे. 

भाई ने ही कोमल से कराई थी रोहित की बात
दरअसल, आरोपी रोहित ही कोमल का दूसरा आशिकर था. दूसरा आशिक इसलिए कि कोमल का पहला आशिक कोई और नहीं बल्कि रोहित का ही सगा भाई राहुल था, जो भारतीय सेना में है, उस वक्त उसकी तैनाती मुंबई में थी. सबसे हैरान करने वाली बात ये थी कि राहुल ने ही अपने भाई रोहित की बात वारदात से ठीक बीस दिन पहले कॉन्फेंस कॉल के जरिए कोमल से करवाई थी. बस राहुल की वही एक कॉन्फेंस कॉल उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा धोखा साबित हुई. 

मां-बाप से नाराज़ थी कोमल
उस दिन के बाद रोहित अब खुद ही अपने भाई राहुल की माशूका से फोन पर बातें करने लगा था. कुछ दिनों की बातचीत के दौरान ही दोनों एक दूसरे करीब आ गए. मुंबई में बैठे कोमल के पहले आशिक राहुल को इस बात की भनक तक नहीं लगी. वो दोनों भाईयों से बातें किया करती थी. उसने दोनों को ही अपने प्रेमजाल में बांध रखा था. मगर अपनी शादी को लेकर कोमल अपने मां-बाप से नाराज़ थी. वो उसकी मर्जी के खिलाफ उसकी शादी कराने जा रहे थे. मगर वो रोहित या राहुल में से किसी एक को अपना जीवन साथी बनाना चाहती थी. पर उसके घरवाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे. 

कोमल ही थी डबल मर्डर की मास्टरमाइंड
कोमल की परेशानी केवल यही नहीं थी, बल्कि वो अपने भाई की तरफ से भी परेशान थी. क्योंकि उसके भाई अनूप की तलाक का केस कोर्ट में चल रहा था और कोमल को डर सता रहा था कि कहीं इस केस के चक्कर में मां-बाप की प्रॉपर्टी का हिस्सा भी उसके हाथ से ना निकल जाए. इसलिए उसने एक तीर से दो शिकार करने का फैसला किया. उसने अपने मां-बाप और भाई के कत्ल की खौफनाक साज़िश रच डाली. अब इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए उसने अपने पहले आशिक राहुल के भाई और अपने दूसरे आशिक रोहित को भी अपने प्लान में शामिल कर लिया. 

रोहित ने किया था दंपति का मर्डर
कोमल पूरा प्लान बना चुकी थी. जिसे 5 जुलाई की देर रात पूरा करना था. लिहाजा, रात में जब कोमल के घर में सब सो गए तो उसने दबेपांव आकर घर का मैन गेट खुला छोड़ दिया. इसके बाद प्लान के मुताबिक कोमल का दूसरा आशिक रोहित तेजधार हथियार लेकर मौके पर पहुंचा और उसने पहले मुन्नालाल और फिर उसकी बीवी का गला रेतकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. लेकिन खुशकिस्मती से कोमल के भाई अनूप की जान बच गई. 

गोद ली गई बेटी थी कोमल
पुलिस को इस डबल मर्डर की तफ्तीश के दौरान पता चला कि कोमल को अब से कोई 24 साल पहले मुन्नालाल और राजदेवी ने अपने एक रिश्तेदार से गोद लिया था. यानी वो उनकी गोद ली हुई बेटी थी. यही वजह है कि उन्होंने कोमल को गोद लेकर बड़े नाजों से पाला था. लेकिन उन्हें क्या पता था कि एक दिन उनकी यही बेटी उनके कत्ल की वजह बन जाएगी. 

राहुल ने कराया था ज़हर का इंतज़ाम
आगे की छानबीन में पुलिस को पता चला कि इस दोहरे क़त्ल में कोमल और रोहित के साथ-साथ मुंबई में तैनात कोमल का पहला आशिक राहुल भी शामिल था. उसी ने कोमल को ज़हर का इंतज़ाम करवा कर दिया था. यही नहीं उसी ने अपने भाई रोहित को हत्या में कोमल की मदद करने के लिए कोमल के घर भेजा था. हालांकि कोमल के साथ-साथ दोनों भाइयों को रिमांड पर ले कर पूछताछ करने के बावजूद पुलिस अब तक ये पता नहीं लगा पाई है कि आखिर राहुल ने कत्ल के लिए ज़हर का इंतज़ाम कहां से किया था?

वारदात को आत्महत्या बनाने की साजिश
कोमल की  साजिश के मुताबिक मां-बाप और भाई को जूस में जहर मिला कर मारने के बाद इसे आत्महत्या का रूप देना था. इसी इरादे से उसने अपने माता-पिता के मोबाइल से खुद को एक आत्महत्या जैसा मैसेज भी भेजा था. वो इसे भाई के वैवाहिक विवाद के चलते तीनों के आत्महत्या कर लेने का केस बना देना चाहती थी. लेकिन जब ज़हर से तीनों की मौत नहीं हुई, तो कोमल और उसके दूसरे आशिक रोहित ने पहले तो गला रेतकर कोमल के मां-बाप की जान ली और फिर भाई के ससुरालवालों को क़ातिल बता कर मामले को उलझा दिया. मगर, इससे पहले कि उसकी साजिश कामयाब होती, दोहरे कत्ल का भेद खुल गया और कातिल बेटी का राज खुल गया.

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