Truck Strike: नव वर्ष की शुरुआत ट्रक हड़ताल से – पेट्रोल पंपों पर लगी लम्बी कतारें : फल – सब्जी लेने भी आतुर दिख रहे लोग

रायपुर : दुर्घटना को लेकर बनाए गए नए कानून (Motor Vehicle Act) का विरोध पूरे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में शुरू हो गया है.बस, ट्रक और टैंकर ड्राइवरों ने हड़ताल (Truck Strike) की शुरुआत कर दी है. इस हड़ताल में फ्यूल टैंकर ड्राइवरों के शामिल होने से पेट्रोल पंपों पर लगी लम्बी कतारें लगी है और साथ ही लोग फल – सब्जी लेने भी आतुर दिख रहें हैं.

ये है नया कानून

केंद्र सरकार की ओर से हिट एंड रन को लेकर नई परिवहन नीति में बदलाव किया गया है. इसके तहत धारा 304A के तहत सड़क दुर्घटना में दोषी पाए जाने पर चालकों और परिचालकों को 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है, जो चालकों-परिचालकों को नागवार गुजर रहा है. लिहाजा, इसके खिलाफ सभी बस, ट्रक और टैंकर ड्राइवरों ने हड़ताल की शुरुआत कर दी है. ड्राइवरों की मांग है कि केंद्र सरकार इस कानून को वापस ले.

बालोद में फ्यूल खत्म होने की अफवाह

बालोद (Balod) में ट्रक ड्राइवरों के हड़ताल के चलते पेट्रोल पंपों में पेट्रोल-डीजल खत्म होने की अफवाह फैली. जिसके बाद गाड़ियों में फ्यूल डलवाने के लिए पेट्रोल पंपों में लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं. वहीं पंपों में बढ़ती भीड़ के चलते हालात बिगड़ने पर पुलिस बुलाने की नौबत आ रही है. कहीं-कहीं तो बेकाबू भीड़ के चलते पेट्रोल पंप बंद करना पड़ा है. वहीं बेमेतरा (Bemetara) में भी पेट्रोल खत्म होने की अफवाह फैलने पर पेट्रोल पंप में भारी भीड़ देखने को मिली.

ये होगा असर

हड़ताल तीन दिनों के लिए की जा रही है. ऐसे में आम जनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल, एक साथ बस, टैक्सी और लोडिंग वाहनों के पहिए थम गए हैं. इस दौरान यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पढ़ सकता है. इसकी वजह से दैनिक उपयोग की सामग्री पर भी असर देखने को मिल सकता है. पेट्रोल पंपों की टोटियां अभी सूखने लगी है, जिससे बड़ी संख्या में लोग परेशान हो रहे हैं. इसके अलावा, साग-सब्जियों की महंगाई भी बढ़ सकती है.

खबर को शेयर करें