राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में किसके सिर पर जीत का ताज सजेगा यह कल यानी शनिवार को तय हो जाएगा। राजनांदगांव के बीज निगम कार्यालय परिसर को मतगणना स्थल बनाया गया है। सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। 14 टेबल में 21 राउंड में मतों की गिनती होगी। खैरागढ़ उपचुनाव में 77.84% मतदान हुआ है। कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। प्रशासनिक अफसरों ने मतगणना की पूरी तैयारी कर ली है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार 16 अप्रैल की सुबह उम्मीदवारों और आब्जर्वर की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम खोला जाएगा। पहले डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। मतगणना के लिए प्रत्येक टेबल पर दो गणना अधिकारी के साथ एक माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति की गई है। खैरागढ़ में कुल मतदाता 2 लाख 11 हजार 516 हैं, जिसमें 1 लाख 5 हजार 250 महिला और 1 लाख 6 हजार 266 पुरुष मतदाता हैं। मतगणना के लिए तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है। उम्मीद जताई जा रही कि दोपहर 1 बजे तक रिजल्ट आ जाएगा। इधर प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई है।
2018 में मात्र 870 वोट से हुई थी जीत
खैरागढ़ सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ (जे) ने जीत हासिल की थी। यहां जेसीसीजे के प्रत्याशी देवव्रत सिंह को 61,516 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के कोमल जंघेल को 60,646 और कांग्रेस के गिरवर जंघेल को 31,811 वोट मिले थे। वहीं इस सीट में जीत का मार्जिन केवल 870 वोट का था। विधायक व राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद यह सीट रिक्त हो गई थी, जिस अभी उपचुनाव हुआ है।
डॉ. रमन और भूपेश की प्रतिष्ठा दांव पर
खैरागढ़ उप चुनाव में सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा इसे सत्ता का सेमीफाइनल मान रही है। यहीं से छत्तीसगढ़ में जीत की शुरुआत होने और आगामी विधानसभा में सत्ता परिवर्तन की बात कही जा रही है। वहीं सीएम भूपेश बघेल बड़े अंतर से जीत के साथ 2023 में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। खैरागढ़ उपचुनाव को छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और मौजूदा सीएम के बीच की जंग के तौर पर देखा जायेगा।
तीन उप चुनाव में कांग्रेस ने मारी बाजी
इससे पहले दंतेवाड़ा, चित्रकोट और मरवाही में हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन कर 3 सीटों में जीत हासिल की थी। अगर कांग्रेस खैरागढ़ भी फतेह करती है तो कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 71 हो जाएगी। अगर सीट में भाजपा बाजी मारती है तो भाजपा के विधायकों की संख्या बढ़कर 15 हो जाएगी। वर्तमान में कांग्रेस के 70 विधायक हैं। वहीं भाजपा के 14 विधायक हैं। बसपा के 2 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसीजे) के 3 विधायक हैं।