नोएडा: भाजपा नेता की हत्या का मामला नोएडा पुलिस ने सुलझा लिया है। मुआवजे की रकम हड़पने के लिए पत्नी ने ही प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर पति की हत्या की थी। इतना ही नहीं, मृतक की शिनाख्त न होने पाए इसके लिए हत्या करने के बाद शव को जला दिया था। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए पत्नी और उसके प्रेमी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। युवक भाजपा का बूथ अध्यक्ष था।
नेहा उर्फ बासू ने गुरुवार को पुलिस को फोन करके सूचना दी थी कि ग्राम निलौनी मिर्जापुर में पति वीरपाल उर्फ पप्पन को घर में किसी ने आग से जलाकर मार डाला है। पुलिस को वीरपाल का शव अधजली अवस्था में मकान के फर्स्ट फ्लोर पर बने कमरे में मिला था।
डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि पुलिस ने शनिवार को इस मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में नेहा उर्फ बासू निवासी ग्राम मिर्जापुर वर्तमान पता दनकौर, भूदेव शर्मा निवासी ग्राम नीलौनी, मुकेश कुमार उर्फ सोनू निवासी मोहल्ला ऊंची दुकान कस्बा दनकौर व राजकुमार निवासी ग्राम लडूखी थाना ककौड़ बुलंदशहर को गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने इन आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और 32000 रुपये बरामद किए हैं।
प्रेमी के साथ रहती थी महिला
आरोपी नेहा ने बताया कि उसकी शादी 2008 में वीरपाल के साथ हुई थी। उसके एक बेटा और दो बेटी हैं। शादी के बाद वह शॉपिंग करने के लिए अक्सर दनकौर बाजार जाती थी। वहां पर कपड़े की दुकान में सेल्समैन की नौकरी करने वाले मुकेश कुमार उर्फ सोनू से उसकी जान पहचान हुई और फिर उन दोनों में प्रेम संबंध बन गए। इसकी जानकारी वीरपाल को भी हो गई। इसको लेकर उन दोनों में झगड़ा होने लगा।2018 में नेहा पति को छोड़ एक बेटी और बेटे को साथ लेकर प्रेमी के साथ दनकौर में रहने लगी, जबकि एक बेटी पिता के साथ रहती थी। वीरपाल का एक मकान बल्लभगढ़ हरियाणा में भी है। कुछ खेती की जमीन उसकी ससुराल में है।
दोनों में कई बार झगड़ा हुआ
वीरपाल की कुछ जमीन यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अधिगृहित की थी। इसका मुआवजा एवं प्लॉट उसको मिलना था। नेहा ने पति से कहा था कि वह संपत्ति बच्चों के नाम कर दे, लेकिन उसने संपत्ति भाइयों के नाम पर करने की बात कही थी। इसको लेकर दोनों में कई बार झगड़ा भी हुआ था।
डीसीपी ने बताया कि नेहा ने पति की हत्या की साजिश में नीलौनी निवासी भूदेव शर्मा को 50 हजार देकर शामिल किया। वहीं मुकेश कुमार उर्फ सोनू ने 5000 रुपये देकर राजकुमार को साथ ले लिया। वीरपाल नौ फरवरी को चचेरी बहन के यहां भात देकर देर रात शराब पीकर घर लौटा था। उसके आने से पहले दनकौर से पांच लीटर पेट्रोल लेकर चारों मिर्जापुर पहुंचे और घर में ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में छिपकर बैठ गए। वीरपाल रात करीब 10 बजे कमरे में जाकर लेट गया। पुलिस ने बताया कि इसके बाद चारों आरोपी ऊपर उसके कमरे में गए। राजकुमार ने वीरपाल के हाथ पकड़े और भूदेव ने पैर पकड़ लिए। नेहा ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा और मुकेश कुमार उर्फ सोनू ने गला दबाकर हत्या कर दी। सबूत मिटाने के लिए पेट्रोल डालकर जला दिया। इसके बाद सभी वहां से फरार हो गए।