सोहेल रजा
जगदलपुर: महिला विरुद्ध अपराधों में बस्तर पुलिस त्वरित गति से कार्रवाई कर रही है। पुलिस द्वारा महिला उत्पीड़न के मामलों में आरोपियों को ना सिर्फ तत्काल गिरफ्तार किया जा रहा है बल्कि शीघ्र चालान पेश करके आरोपियों को सजा भी दिलायी जा रही है। बस्तर पुलिस ने पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने देशभर में मिसाल पेश की है। जगदलपुर के बोधघाट थाना इलाके में बालिका से दुष्कर्म मामले में पुलिस द्वारा 7 दिन के भीतर चालान पेश कर 45 दिन में ही सजा दिलायी गयी।
डीजीपी डी.एम. अवस्थी ने आज ऐसे विवेचकों को सुपर इन्वेस्टिगेटर सम्मान से सम्मानित किया जिन्होंने कर्तव्यपरायणता का परिचय देते हुये उत्कृष्ट कार्य किया है। आपको बता दे बोधघाट थाना में प्रार्थी ने बताया कि 21 अक्टूबर 2020 को उसकी 4 साल की बेटी के साथ आरोपी ने अश्लील हरकत की साथ ही जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस ने दो दिन के अंदर 23 अक्टूबर को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा विवेचना उपरांत 7 दिन के भीतर ही न्यायालय में चालान पेश कर दिया गया। न्यायालय द्वारा आरोपी को 3 माह में ही 20 वर्ष के कारावास और 10 हजार के जुर्माने से दण्डित किया गया।
मामले में जांच टीम द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने पर निरीक्षक राजेश मरई, सहायक उप निरीक्षक इंदु शर्मा, आरक्षक भानुप्रताप कोर्राम, आरक्षक बिसनी ध्रुव, आरक्षक रीना अनंत को सम्मानित किया गया। डीजीपी डी.एम. अवस्थी ने निर्देश दिये हैं कि ऐसे मामले संज्ञान में आते ही तत्काल अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जाये। पीड़ित महिलाओं को शीघ्र न्याय मिले इसके लिये तत्काल चालान पेश कर अपराधियों को शीघ्र सजा दिलायी जाये।
छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा शीघ्र कार्रवाई करने वाले विवेचकों को प्रोत्साहित करने के लिये अभिनव पहल की है। महिला विरुद्ध अपराधों में मामला दर्ज करने से सजा दिलाने तक में उल्लेखनीय कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों के लिये सुपर इन्वेस्टिगेटर सम्मान प्रारंभ किया गया है। डीजीपी डी.एम.अवस्थी ने आज इसी क्रम में 16 पुलिस अधिकारियों को सुपर इन्वेस्टिगेटर सम्मान से सम्मानित किया।