कोरिया: चाय की चुस्कियों के बारे में सोचकर आपको अच्छा लगता होगा लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि खाने-पीने के नाम पर आपको सिर्फ चाय ही मिलेगी, तब आपको चाय से शायद उतना प्यार न रह जाए, लेकिन छत्तीसगढ़ की एक महिला ने यह बात सच कर दिखाई है। वे पिछले 30 वर्षों से भी ज्यादा से केवल चाय पीकर जिंदा हैं। ताज्जुब तो यह है कि वे पूरी तरह से स्वस्थ भी हैं।
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में रहने वाली यह महिला सिर्फ चाय पीकर पिछले 33 वर्षों जिंदा है और पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। इस महिला को देखकर डॉक्टर भी हैरत में हैं। स्थानीय लोग उन्हें चाय वाली चाची के नाम से जानते हैं। इनका नाम है पल्ली देवी, जो कोरिया जिले के बैकुन्ठपुर विकासखण्ड के बरदिया गांव में रहती हैं।
परिवार के लोगों की मानें तो उन्होंने 33 वर्षों से अन्न-जल को मुंह तक नहीं लगाया और केवल चाय पर अपने को जिंदा रखा है। कोरिया जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर बरदिया नाम का एक गांव है, जहां पल्ली देवी अपने पिता के घर पर रहती हैं। 44 वर्ष की चाय वाली चाची के पिता रतिराम बताते हैं कि जब वह छठवीं कक्षा में थी, तब से ही उसने भोजन को छोड़ दिया। भाई का कहना है कि जब से हमने होश संभाला है, अपनी बहन को इसी तरह देखते आ रहे हैं। दिन ढलने के बाद चाय पीती हैं और इसी के सहारे रहती हैं। पल्ली देवी की साल 1985 में शादी हुई, लेकिन पहली बार वापस आने के बाद दोबारा नही गईं।
उनके एक अन्य भाई बिहारी लाल ने बताया कि परिवार में जिस जगह से दूध आता था, वहां पैसे देने में विलंब हो गया था। दूध वाले ने परिवार को खरी-खोटी सुनाई थी। इससे नाराज होकर पल्ली देवी लाल चाय पीने लगी। पल्ली देवी को डॉक्टरों को भी दिखाया ताकि यह पता किया जा सके कि कहीं उन्हें कोई बीमारी तो नहीं है। डॉक्टरों की जांच में उन्हें किसी बीमारी का पता भी नहीं चल सका।
कोरिया के जिला अस्पताल के डॉ. एसके गुप्ता का कहना है कि वैज्ञानिक नजरिये से एक व्यक्ति 33 सालों तक सिर्फ चाय पीकर जिंदा नहीं रह सकता है। यह इस बात से बिल्कुल अलग है कि लोग 9 दिनों के लिए नवरात्रि के त्योहार पर व्रत रखते हैं और केवल चाय पीते हैं. लेकिन 33 साल बहुत ज्यादा होते हैं और यह संभव नहीं है ।