नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी तालिबान को लेकर बड़ी आशावादी सोच रखते हैं। उन्हें लगता है कि तालिबान ‘एक सकरात्मक सोच’ के साथ वापस आए हैं। सोशल मीडिया पर अफरीदी का एक वीडियो वायरल है जिसमें वह तालिबान की तारीफों के पुल बांध रहे हैं। वो कहते हैं तालिबान में संभावनाओं पर लोगों की नजर अब पड़ रही है। अफरीदी ने तालिबान की जिस ‘पॉजिटिव सोच’ का जिक्र किया, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने उसी सोच के जरिए पाक क्रिकेटर को जवाब दे डाला।
अफरीदी कहते हैं, “(तालिबान ने) लेडीज को काम करने की इजाजत, पॉजिटिक्स में… बॉकी जॉब्स की तरफ… उनको इजाजत दे रहे हैं और क्रिकेट को सपोर्ट कर रहे हैं। मैं समझता हूं कि तालिबान क्रिकेट को बहुत ज्यादा पसंद करते हैं।”
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्विटर पर लिखा, “हां, तालिबान वहीं पॉजिटिविटी लेकर आया है जैसी हर बार अफरीदी के बैटिंग करने उतरने पर कप्तान को होती थी। वो चमत्कार की उम्मीद करते थे मगर 10 से 9 बार ब्रेनफेड हो जाता था।” सिंघवी का तंज अफरीदी की चुनिंदा आतिशी पारियों पर था। 398 वनडे मैच खेलने वाले अफरीदी ने 6,892 रन जरूर बनाए मगर औसत सिर्फ 23.57 रन का रहा।
अफरीदी का यह वीडियो अब वायरल है। कुछ लोग अफरीदी को लताड़ रहे हैं तो कुछ ने पुराने बयान याद दिलाते हुए कहा कि अफरीदी की सोच ही ऐसी है। एक यूजर ने लिखा कि ‘जल्द ही तालिबान की क्रिकेट टीम आने वाली है।’ एक अन्य ने कहा कि ‘तालिबान के लिए शाहिद अफरीदी का खुला प्यार असल में कई एंटी-नैशनल भारतीयों की परछाई है।’ कुछ ने कटाक्ष करते हुए अफरीदी को ‘बेहद प्रगतिशील’ करार दिया।
पाकिस्तान में ऐसी चर्चा होती है कि अफरीदी की नजर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर है। वे मौजूदा पीएम इमरान खान की तरह ही सेना के चाटुकारों में गिने जाते हैं। कश्मीर को लेकर कई बयानों के चलते अफरीदी पाकिस्तान में एक खास तबके की नजर में हीरो बन चुके हैं। राजनीति में आने से अफरीदी ने इनकार नहीं किया है। वे खेल से इतर राजनीतिक और मिलिट्री जलसों में शरीक होते हैं। उनके बयान साफ बताते हैं कि एक न एक दिन राजनीति में उनकी एंट्री जरूर होगी।