भिलाई: कई बड़े केस सुलझाने के लिए पुलिस प्रशिक्षित डाॅगस की मदद लेती है। जिसके लिए पहले दूसरे राज्यों से डाॅग्स को खरीदा जाता था। पर अब भिलाई में प्रदेश का पहला डाॅग्स ब्रीडिंग सेंटर खुल गया है। जहां के डॉग्स प्रदेशभर में सेवाएं दे रहे हैं।
आपको बता दें कि इस सेंटर में 2 साल के अंदर 32 डाॅग्स का जन्म हुआ है। पुलिस बेल्जियम शेफर्ड नस्ल के डाॅग्स के बच्चों को प्रशिक्षित कर पुलिस दल में शामिल करते हैं। प्रशिक्षक उन्हें विदेशों की तर्ज पर नशीले पदार्थों को पकड़ने के लिए ट्रेंड करते हैं। ये डाॅग्स सूंघकर बता देते हैं किस जगह पर और किस वाहन पर स्मगलिंग हो रही है।
बताते चलें कि पिछले डेढ़ साल में इन डाॅग्स की मदद से पुलिस ने 100 चोरी-हत्या और 66 बम के सुराग तलाशे हैं। अब तक पुलिस ने हैदराबाद, मेरठ, नागपुर समेत अन्य जगहों से डाॅग्स की खरीदी की है। ट्रेंड डाॅग्स अब नक्सल इलाकों में बम तलाशने के अलावा चोरी, गुमशदगी व हत्या के बड़े-बड़े सुराग तलाशने का काम करते हैं।
डाॅग्स को प्रशिक्षित करने के बाद भेजा जाता है। ये डाॅग्स सीमावर्ती इलाकों में नशीले पदार्थों की तस्करी पकड़ने में काम आते हैं। पहले चरण अभी केवल दो डाॅग्स को ही प्रशिक्षित किया गया है। इन्हें अलग-अलग नशीली पदार्थों को पकड़ने बाकी ट्रेंनिग दी जाएगी. इसके बाद अगला बैच तैयार किया जाएगा।