NAVRATRI | मां दंतेश्वरी, महामाया और बम्लेश्वरी माई का सजा दरबार, शुभ मुहूर्त में जलेंगे आस्था के ज्योत

रायपुर: आदि शक्ति की आराधना का पर्व क्वांर नवरात्रि सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। छत्तीसगढ़ के राजनादंगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर, बिलासपुर जिले के रतनपुर महामाया मंदिर, दंतेवाड़ा जिले के दंतेश्वरी मंदिर मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलशों की स्थापना की जाएगी। प्रदेश के इन  प्रसिद्ध शक्ति पीठों में व्यापक तैयारियां की गई है। देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। शुभ मुहूर्त में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। डोंगरगढ़, रतनपुर और दंतेवाड़ा में प्रशासनिक और पुलिस अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं इन मंदिरों में पैदल और वाहनों से पहुंचेंगे। 9 दिनों ने देवी मंदिरों में आस्था की ज्योत जलेगी और भक्तों का मेला लगेगा।  

पुलिस-प्रशासनिक अफसरों की लगाई ड्यूटी
महामारी कोरोना की वजह से श्रद्धालु 2 साल तक देवी मंदिरों में नहीं पहुंच पाए। अप्रैल में हुए चैत्र नवरात्र में बंदिशों के साथ श्रद्धालुओं को मंदिरों में प्रवेश दिया गया था। प्रदेश में कोरोना की चौथी लहर अब ढलान पर है। शासन ने बंदिशें हटा दी है, लेकिन सावधानी बरती जाएगी। राजनांदगांव कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि दूसरे राज्यों से श्रद्धालु मंदिर आएंगे। डोंगरगढ़ के पहुंच मार्गों पर चिचोला, बोरतलाव, खैरागढ़, तुमड़ीबोड़ में कोविड-19 संक्रमण की जांच की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। डोंगरगढ़ में एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव दिया गया है। जगह-जगह सेवा पंडालों के अलावा डोंगरगढ़ में भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। डोंगरगढ़ मंदिर ट्रस्ट समिति की मानें तो 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं के डोंगरगढ़ पहुंचने की उम्मीद है।

विदेशी श्रद्धालुओं ने जलवाए आस्था के ज्योत
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध दंतेश्वरी मंदिर, मां बम्लेश्वरी मंदिर और मां महामाया मंदिर रतनपुर में विदेशों से भी श्रद्धालुओं ने आस्था के ज्योत जलवाएं हैं। देशभर के कोने-कोने से श्रद्धालु इन मंदिरों में ज्योति कलश जलवाते हैं। इन तीनों शक्ति पीठों के अलावा डोंगरगढ़ से 17 किमी दूर मां करेली भवानी, जांजगीर-चांपा जिले के चंद्रहासिनी देवी मंदिर, सरगुजा की ईष्ट देवी मां महामाया मंदिर, धमतरी जिले की मां बिलाई माता मंदिर, महासमुंद जिले की चंडी माता मंदिर, बस्तर की दंतेश्वरी मंदिर में 3 लाख के आसपास मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित होंगे। वहीं इन देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। रायपुर, दुर्ग, भिलाई, महासमुंद, धमतरी, बिलासपुर व बस्तर की ओर जाने वाले पदयात्रियों के लिए कई जगहों पर हाईवे को वन-वे किया गया है। रास्तेभर सेवा पंडाल भी बनाए गए हैं। पुलिस और हाईवे पेट्रोलिंग की गाड़ियां भी गश्त करती रहेंगी। 

राज्य के अलावा दूसरे राज्यों से आएंगे श्रद्धालु 
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। बस्तर के प्रसिद्ध देवी मंदिर मां दंतेश्वरी में छत्तीसगढ़ के अलावा आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना और महाराष्ट्र के श्रद्धालु पहुंचेंगे। वहीं बिलासपुर के रतनपुर महामाया मंदिर में बिलासपुर, रायपुर और सरगुजा संभाग सहित पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। इन सभी देवी मंदिरों में पहुंचने के लिए बस और ट्रेन की सुविधा भी है। डोंगरगढ़ में नवरात्रि पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव दिया गया है। प्रदेश के देवी मंदिरों में नवरात्रि को लेकर खास तैयारियां की गई है। इस बार बहुत सी ट्रेनें रद्द होने की वजह से यात्रियों को थोड़ी दिक्कत हो सकती है। 

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