बेमेतरा: बच्चे की नासमझी कहें या हादसा। एक नाबालिग ने 13 साल के बच्चे एलेश्वर साहू पर ट्रैक्टर चढ़ा दी। पुलिस को इस बात की खबर न हो पाए इसलिए नाबालिग के पिता और फूफा ने घायल एलेश्वर को जिंदा ही जला दिया और उसकी लाश को तालाब में फेंक दिया। हालांकि अपराध छुप नहीं पाया और आरोपी अब पुलिस की सलाखों के पीछे हैं।
क्या है मामला
कोतवाली थाने के तहत बोरिया गांव में सोमवार को ए बच्चे की लाश तालाब में मिली थी। कोटवार ने इस बात की सूचना पुलिस को दी। चूंकि लाश पूरी तरह से सड़ और फूल गयी थी इसलिए बच्चे की पहचान में परेशानी आ रही थी। पर बच्चे के कपड़े और गले की माला से बच्चे की पहचान हो गई। पास के ही गांव खुरूसबोड़ में 10 नवंबर को 13 साल के बच्चे एलेश्वर के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। पुलिस ने वहां से पता लगाना शुरू किया और आरोपी ओमप्रकाश साहू और शिवकुमार साहू तक पहुंची।
पुलिस की सख्त पूछताछ में दोनों टूट गए और अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि 9 नवंबर को ओमप्रकाश ने अपने नाबालिग बेटे को ट्रैक्टर चलाने दिया था। इस दौरान एलेश्वर बुरी तरह से ट्रैक्टर से घायल हो गया। इस बात से नाबालिग घबरा गया और तुरंत इस बात की सूचना अपने पिता को दी। जिसके बाद ओमप्रकाश साहू और उसका फूफा शिवकुमार साहू मौके पर पहुंचे और बच्चे को बोरिया गांव के तालाब के पास पेट्रोल छिड़ककर जला दिया।
ओमप्रकाश ने बताया कि जलाने के बाद उन्होंने सीमेंट के दो पोल से लाश को बांधकर तालाब में फेंक दिया ताकि लाश उपर न आ पाए। हालांकि लाश के उपर आने से पूरा मामला सामने आ गया। इस मामले में नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया है।