घरवाले गुड़िया के लिए ढूंढ रहे थे दूल्हा, अब ढूंढ रहे दुल्हन, वजह है हैरान करने वाली

छपरा: एक लड़की ने अपनी पहचान ही बदल ली। पहले घरवाले उसके लिए दूल्हा ढूंढ रहे थे, लेकिन जब लड़की ने अपनी मर्जी बताई तो मामला दुल्हन ढूंढने का हो गया। ये कहानी है छपरा की ऐसी ही एक लड़की की। इसने अपनी पहचान बदलकर लड़का बनना मंजूर किया।ऐसा मेडिकल साइंस के कारण मुमकिन भी हो गया। छपरा के मढौरा प्रखंड के बहुआरा पट्टी गाव के ठाकुरबाड़ी टोले की एक युवती गुड़िया कुमारी ने अपना लिंग चेंज करवाया है। अब वह अपने जीवन में सुकून महसूस कर रही है। गुड़िया ने अब नए जीवन की शुरुआत नए नाम ‘रुद्राक्ष’ से की है। जो उसे 28 वर्षो तक गुड़िया समझ रहे थे अब वही लोग उसे 29 वें साल रुद्राक्ष के नाम से जान रहे हैं।

गुड़िया नहीं रुद्राक्ष कहिए!
गुड़िया का जन्म बहुआरा पट्टी में हुआ था। उसके बाद से ही उसके शौक बिल्कुल लड़कों जैसे थे। उसे लड़कों के साथ पढ़ने जाना, लड़कों के जैसी हेयर स्टाइल रखना, उनके साथ खेलना और लड़कों जैसे कपड़े पहनना ही पसंद थे। हाल ये था कि लड़कियों और लड़की के नाम तक से उसे नफरत थी। परिजनों में कोई उसे बेटा कहकर पुकारता तो उसे अच्छा लगता था। गुड़िया की बचपन की पढ़ाई उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिसवां में हुई जबकि आठवीं से मैट्रिक तक की पढ़ाई राष्ट्रीय उच्च विद्यालय रामपुर से, इंटर की पढ़ाई संजय गांधी इंटर कॉलेज नगरा, जबकि ग्रेजुएशन जेपीएम के बाद फिलहाल बी फार्मा की पढ़ाई हरियाणा से कर रही है।

जब दूल्हा ढूंढा जाने लगा तो घर में कह दिया साफ
गुड़िया परिवार में सबसे बड़ी थी, उसके शादी की चर्चा होने लगी तो गुड़िया घबराने लगी, क्योंकि उसे ना तो औरतों की तरह रहना पसंद था और ना उनके लिबास। और वह बार बार परिजनों से शादी के लिये इनकार करती रहती, बाद में उसने परिजनों को बताया कि वो लड़का बनना चाहती है। गुड़िया की ये बात सुनते ही घरवालों के होश उड़ गए। लेकिन आखिर में बड़ी संतान के जिद्द के आगे परिजनों को झुकना पड़ा। तकरीबन एक साल तक दिल्ली में उपचार के बाद दिसम्बर में ऑपरेशन के माध्यम से लिंग चेंज हुआ। गुड़िया ने बताया कि अब वह चाहे तो लड़के की तरह शादी भी कर सकती है, लेकिन तब जब रुद्राक्ष की पसंद की लडकी ने भी लिंग न बदलवाया हो।

परिवार हुआ नाराज लेकिन रुद्राक्ष बनकर ही लिया दम
गुड़िया की माने तो रुद्राक्ष बनने के सफर में उसे परिवार वालों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है। ‘लेकिन मैंने बचपन से ही सोच लिया था कि मुझे लड़का बनना ही है। इसलिए मैं पापा, मम्मी, दादी को समझाती रही, कि मैं लड़का बनकर ही खुश रह सकती हूं। ‘ गुड़िया लड़कों की तरह की तरह सड़कों पर सरपट बाइक भी दौड़ाती थी। गुड़िया बने रुद्राक्ष ने बताया कि उसके पापा उसे बहुत प्यार करते थे जिससे उन्हें उसकी जिद के झुकना पड़ा। आखिर में उसकी शादी के लिए रखे गए पैसे और कुछ लोन लेकर पिता ने उसका इलाज और ऑपरेशन करवाया। ये ऑपरेशन दिल्ली में 27 दिसम्बर 2021 को हुआ जिसमें कुल 8 घंटे का समय लगा, और तकरीबन एक सप्ताह के बाद से वो गुड़िया रुद्राक्ष के रुप में तब्दील हो गई।

खबर को शेयर करें