छिंदवाड़ा: मां ने अपने 14 साल के बेटे के द्वारा की गई मोबाइल की जिद को नहीं माना तो बच्चे ने नाराज होकर आत्महत्या कर ली। मां दूसरे के घर में झाडू-पोंछा कर अपना गुजारा करती है। पर्याप्त पैसे न होने के कारण वह अपने बेटे के लिए मोबाइल नहीं खरीद पायी। वह बेटे को तसल्ली देती रही कि वह जल्द ही मोबाइल खरीद देगी, बावजूद इसके उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मामला श्रीवास्तव काॅलोनी का है। बच्चे की मां गीता ठाकरे का पति विक्रम कई साल पहले उसे बच्चों समेत उसे छोड़कर चला गया। वह घरों में काम कर अपने परिवार का पेट पाल रही थी। वह बिट्टू की मोबाइल की जिद से परेशान हो गयी थी और कहा था कि जल्द ही पैसों को जोड़कर मोबाइल खरीद देगी।
गीता ने बताया कि बिट्टू के सभी दोस्तों के पास मोबाइल था। यही वजह थी कि बिट्टू भी मोबाइल लेने की जिद कर रहा था। इससे पहले की मां उसका सपना पूरा कर पाती, उसने आत्महत्या कर ली।