रायपुर: छत्तीसगढ़ में गाय के गोबर से बिजली बनाने के लिए राज्य सरकार ने देशभर की कंपनियों को बुलाया है। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। बायोगैस आधरित पॉवर जनरेशन प्लांट लगाने और चलाने की जिम्मेदारी कंपनियों की होगी। इन पॉवर प्लांट्स को ग्रामीण क्षेत्रों में लगाया जाएगा। खासकर गौठानों के आसपास जो रूरल इंडस्ट्रियल पार्क लगाए जा रहे हैं, वहीं ये भी स्थापित होंगे। बता दें राज्य सरकार ने गोधन न्याय योजना के अंतर्गत पशुपालकों व महिला स्व सहायता समूहों से 2 रुपए प्रति किलो के दर से गोबर खरीदी शुरू की है। इससे अब तक 226 करोड़ की गोबर खरीदी की जा चुकी है। गोबर से वर्मी कंपोस्ट के साथ साथ दीये, गुलाल, काऊ डंग स्टिक आदि बनाए जा रहे हैं।
गांधी जयंती पर सीएम भूपेश बघेल ने की थी शुरुआत
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांधी जयंती के अवसर पर गाय के गोबर से बिजली बनाने की परियोजना शुरू की थी। सीएम ने कहा था कि ग्लोबल वार्मिंग से दुनिया बहुत ही चिंता में है। हर जगह हरित ऊर्जा की बात हो रही है, इसलिए सरकार ने गोबर से बिजली बनाने का फैसला किया है। उन्होंने बताया था कि छत्तीसगढ़ के हर गांव में गोबर से बिजली पैदा करने के लिए गौठान के पास एक यूनिट लगाई जाएगी। गोधन न्याय योजना के तहत किसानों से खरीदे गए गोबर से बिजली पैदा की जाएगी। इससे न केवल पर्यावरण को फायदा होगा बल्कि गोबर खरीद कार्य कर रही स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को भी फायदा होगा। परियोजना के पहले चरण में बेमेतरा जिले के राखी, दुर्ग के सिकोला और रायपुर जिले के बनचारोदा में गाय के गोबर से बिजली उत्पादन की इकाइयां स्थापित की गई हैं।