रायपुर : छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू तेजी से अपना पांव पसार रहा है। एक हफ्ते में 29 पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 26 मरीज़ बिलासपुर जिले के हैं। पिछले एक माह में 60 से ज्यादा इन्फेक्टेड मरीज मिल चुके हैं जिसमें रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव के मरीज शामिल हैं तो वहीँ प्रदेश में स्वाइन फ्लू से 15 दिनों में 6 लोगों की जान भी जा चुकी है। इनमें से 4 मरीज़ों की बिलासपुर व 2 की राजनांदगांव में मृत्यु होने की खबर है। राजनांदगांव जिले में चार साल के मासूम समेत दो मरीजों की मौत हुई है। सभी इन्फेक्टेड मरीजों का इलाज जारी है।
राजधानी समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में जुलाई-अगस्त में स्वाइन फ्लू ने दस्तक दी है। रायपुर में स्वाइन फ्लू का पहला केस जुलाई के पहले सप्ताह में आया था। कांकेर का मरीज एक निजी अस्पताल में भर्ती था। वही 15 दिनों से ज्यादा वेंटिलेटर पर रहा और उसकी जान बच गई।
बिलासपुर में एक हफ्ते में मिले 26 स्वाइन फ्लू के मरीज
छत्तीसगढ़ में पिछले एक सप्ताह में स्वाइन फ्लू के 29 मरीज पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 26 केवल बिलासपुर के हैं, जिनमें से 14 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. स्वाइन फ्लू (Swine Flu) चूंकि फैलने वाली बीमारी है इसलिए मरीजों को भर्ती करने के लिए आइसोलेशन वार्ड की जरूरत पड़ती है। इलाज करने वाले डॉक्टरों को एन-95 मॉस्क लगाना पड़ता है। साथ ही अटेंडेंट साथ में नहीं रह सकता। नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ को भी पर्याप्त सावधानी बरतनी पड़ती है। देखा गया है कि मरीज के संपर्क में रहने वाले परिजन या अस्पताल के स्टाफ भी पॉजीटिव आते रहे हैं। बिलासपुर में ज्यादा संक्रमण के पीछे डॉक्टर कोई विशेष कारण नहीं मानते। जहां ज्यादा केस आएंगे, वहां पर पर्याप्त सावधानी नहीं बरतने पर बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है।
15 दिन में स्वाइन फ्लू से 6 लोगों की मौत
- 9 अगस्त को कोरिया जिले की 51 साल की महिला की मौत हो गई थी.
- 10 अगस्त को जांजगीर-चांपा जिले की 66 साल की महिला की जान चली गई थी.
- 11 अगस्त को बिलासपुर जिले में एक महिला की मौत हो गई थी.
- 13 अगस्त को राजनांदगांव में 4 साल की बच्ची जान चली गई.
- 20 अगस्त को मनेंद्रगढ़ में 41 साल के एक युवक की मौत हो गई.
- 21 अगस्त को राजनांदगांव में एक युवक की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई.
हालांकि इस बीच छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू को लेकर पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया है. सर्दी, खांसी और कफ के साथ तेज बुखार रहने पर स्वाइन फ्लू टेस्ट कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
स्वाइन फ्लू क्या है ? (What is swine flu)
स्वाइन फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है, जो सूअरों से मनुष्यों में फैलता है.नियमित इन्फ्लूएंजा और स्वाइन फ्लू के लक्षण बहुत मिलते-जुलते हैं. गर्मी और मानसून के मौसम में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं. स्वाइन फ्लू H1N1 इन्फ्लूएंजा एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है. जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो बूंदें हवा में चली जाती हैं. वहीं जब दूसरे इंसान सांस के माध्यम से वायरस को अंदर ले लेता हैं, तो उसे भी यह संक्रमण हो सकता है. इसके अलावा जब आप किसी दूषित सतह को छूते हैं और फिर अपने मुंह, नाक या आँखों को छूते हैं, तो भी आपको संक्रमण हो सकता है.
स्वाइन फ्लू के लक्षण (symptoms of swine flu)
बुखार आना, सिरदर्द होना, खांसी आना, छींक आना, ठंड लगना, डायरिया होना, गले में खराश होना, थकान, नासिका मार्ग ब्लॉक होना
किन लोगों को स्वाइन फ्लू का खतरा ज्यादा है
- गर्भवती महिलाएं
- हृदय रोग के मरीज
- डायबिटीज के मरीज
- 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को और 2 साल से छोटे बच्चे को स्वाइन फ्लू से खतरा बढ़ जाता है.