रायपुर: छत्तीसगढ़ में चुनावी मिशन से पहले सीएम भूपेश बघेल फील्ड में उतरकर योजनाओं की जमीनी हकीकत देखेंगे। 4 मई से प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्रों में बारी-बारी जाएंगे और कामकाज की टोह लेंगे। भूपेश स्थानीय स्तर पर परफार्मेंस के साथ आम लोगों से फीडबैक भी लेंगे। सीएम का चौपर विधानसभा क्षेत्र के किन्हीं तीन ग्रामों में उतरेगा। सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा क्षेत्र से सीएम भूपेश दौरा की शुरुआत करेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का 90 विधानसभा क्षेत्रों में बारी-बारी से दौरा प्रस्तावित है। सरगुजा संभाग के सामरी विधानसभा से दौरे की शुरुआत होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के किन्हीं 3 ग्रामों में आकस्मिक रूप से दौरा किया जाएगा। सीएम किस गांव में जाएंगे यह पहले से तय नहीं होगा। कुछ घंटों पहले ही प्रशासनिक अमले को जानकारी दी जाएगी। सीएम इन ग्रामों में उपलब्ध नागरिक सुविधाओं, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन, शासकीय कामों, शासकीय कार्यालयों आदि का निरीक्षण करेंगे। सीएम ग्रामीणों, प्रमुख व्यक्तियों एवं जनप्रतिनिधियों से बात करेंगे तथा उनसे फीड बैक व सुझाव लेंगे। मुख्यमंत्री उसी विधानसभा क्षेत्र में रात्रि विश्राम करेंगे। सीएम के विधानसभा दौरे को मिशन 2023 के रूप में देखा जा रहा है।
लापरवाही बरतने वालों पर गाज गिरना तय
सीएम भूपेश बघेल के प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रशासनिक तैयारियां भी शुरू हो गई है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सभी कलेक्टरों को सीएम के दौरे के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। अफसरों ने होमवर्क भी शुरू कर दिया है। फील्ड में कामकाज की समीक्षा के संकेतों के बाद प्रशासनिक स्तर पर खलबली भी मची है। सूत्रों के मुताबिक फील्ड में योजनाओं के क्रियान्वयन में खामियों पर भी सीएम की नजर रहेगी। कामकाज में लापरवाही बरतने की स्थिति में जवाबदेही अफसरों पर कार्रवाई की गाज भी गिर सकती है। वहीं कमजोर परफारमेंस वाले क्षेत्रों में संबंधित अफसरों को जवाब भी देना पड़ सकता है।
नक्सल क्षेत्रों में हाई सिक्योरिटी की व्यवस्था
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतने कहा गया है। जरूरत पड़ने पर सर्च और एरिया डोमिनेशन की कार्रवाई भी की जाएगी। इन क्षेत्रों में रोड ओपनिंग पार्टी भी लगाई जा सकती है। जिस क्षेत्र में मुख्यमंत्री का दौरा होगा, उस क्षेत्र के सभी थानों, चौकियों, रिजर्व लाइंस और कैंपों में सुरक्षाबलों को लगातार ड्यूटी पर रखा जाए। किसी तरह की इमरजेंसी होने पर तत्काल आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध कराई जा सके।