नई दिल्ली: पंजाब की एक ऐसी महिला जो अपनी सेक्स की चाह को पूरा करने के लिए ‘ब्लैक विडो’ यानी खतरनाक विधवा बन गई। इस महिला ने एक एक कर पूरे सत्रह बार शादी की और फिर हर बार अपने पतियों को मौत के घाट उतार दिया। पंजाब के भटिंडा की रहने वाली यह महिला मात्र 14 साल की उम्र में दुल्हन बनकर ‘लाला वन’ अपने ससुराल आयी थी। चंद दिनों बाद ही वह विधवा गई।
दरअसल, वो अपने पति के साथ अकेले ही रहती थी, तीन चार महीने तक सब ठीक था। दोनों साथ में खुश थे, लेकिन अचानक लाला का मन अपने पति से भर गया। उसकी नज़र किसी और पर पड़ गई और शादी के मात्र छह महीने बाद ही लाला के पति की मौत की खबर पूरे गांव में फैल गई, लोग इस बात से दुखी थे कि इतनी छोटी उम्र में मासूम लड़की विधवा हो गई। हर कोई उससे सहानुभूति दिखा रहा था लेकिन उसे इसका गम नहीं था क्योंकि उसका प्लान पूरा हो गया था।
6 महीने में पहली हत्या
बता दें कि पति की हत्या 14 साल की लाला ने ही की थी, लाला ने अपने पति को जहर दे दिया था। लाला का पति उसे बेहद प्यार करता था, लेकिन लाला का सिर्फ छह महीने में ही उस आदमी से दिल भर गया। उसे तलाश थी नए शख्स की। जैसे ही लाला की ज़िंदगी में एक नया आदमी आया, उसने अपने पति को मारने का मन बना लिया और एक दिन उसने अपने पति के खाने में जहर मिला दिया।
दूसरी शादी के बाद दूसरा कत्ल
पति की मौत के कुछ महीनों के बाद ही इस नाबालिग विधवा ने दूसरी शादी की। अब ये पास ही एक अन्य गांव में रहने लगी, अपने नए पति के साथ। हर किसी को लगा कि चलो इस लड़की का घर दोबारा बस गया, लेकिन ये तो शुरुआत थी एक नई प्लानिंग की। लाला कुछ दिन तो इस नए शख्स के साथ खुश रही, लेकिन चंद दिनों में ही इस आदमी से भी लाला का मन भर गया। पन्द्रह साल की लड़की ने कुछ महीनों बाद ही दूसरे पति को भी मौत के घाट उतार दिया। तरीका भी वही था जो पहले पति के कत्ल के समय था, खाने में जहर देना। शातिर दुल्हन अपने पति का अंतिम संस्कार, रोना-धोना, सारी क्रियाएं सबकुछ बखूबी निभा रही थी।
कोई बताता कुंडली दोष तो कोई दिखाता दया
ये सिलसिला लगातार चलता रहा, एक के बाद आदमियों को लाला मारती रही। वो जिससे शादी करती छह महीने से पहले ही वो शख्स मर जाता। लोग इसे कुंडली दोष बोलते। कोई लाला से दया दिखता, कोई नफरत करता। गांव वालों का मानना था कि कुंडली के दोष की वजह से लाला की शादी नहीं रुक पा रही और लाला विधवा हो रही है। कोई ये सोच भी नहीं पा रहा था कि खुद लाला ही अपने हर पति को मौत देती है और खुद सफेद साड़ी वाली काली विधवा बन जाती है।
20 साल की उम्र तक लाला ऐसे ही 16 बार विधवा बन चुकी थी, लेकिन हत्या करने में उसने महारथ हासिल कर ली थी। पंजाब के भटिंडा की ये लड़की एक ही तरीके से 16 आदमियों को मार चुकी थी, जबकि 17 बार शादी कर चुकी थी। यानी अब इसके निशाने पर था 17वां पति, लेकिन इसी दौरान पुलिस को शक हो गया कि आखिर क्यों एक के बाद एक पतियों की मौत हो रही है, लेकिन महिला के खिलाफ कोई सबूत नहीं था। हर हत्या के बाद वो तुरंत अपने पतियों का अंतिम संस्कार कर देती थी।
शक के बीच 17वें पति को दी मौत
पुलिस ने लाला के सत्रहवें पति को बचाने की कोशिश की, लेकिन लाला ने उसको भी मार डाला। इस बार पुलिस पहले से सचेत थी। मौत के तुरंत बाद घर से लाश को अंतिम क्रिया के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाया। इस बार पुलिस ने लाला को सबूत मिटाने का मौक नहीं दिया। लाश को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया और लाला वन को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच से ये साफ हुआ कि लाला के सत्रहवें पति की मौत जहर देने से हुई है। पुलिस कस्टडी में लाला ने अपने जुर्म कबूल किए।
सेक्स के लिए तलाशती थी नया पति
पुलिस पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाली बातें लाला ने बताई। उसे हर बार नए शख्स के साथ सेक्स करने की आदत थी। वो थोड़े ही समय में एक आदमी से बोर हो जाती थी और फिर वो तलाश करती थी किसी नए आदमी की। जैसे ही कोई उसके झांसे में आता वो पहले पति का कत्ल कर देती। अपनी शारीरिक भूख को मिटाने के लिए इस महिला ने एक के बाद एक 17 कत्ल कर डाले।
ऑस्ट्रेलिया के अखबार में छपी खबर
देश की इस खतरनाक सीरियल किलर लाला वन की कहानी का वैसे तो बहुत ज्यादा जिक्र नहीं मिलता, लेकिन आस्ट्रेलिया के अखबार में ‘इंडियाज लेडी ब्लूबेयर्ड'( India’s Lady Bluebeard) के नाम से इसकी स्टोरी को पब्लिश किया गया था। 7 अगस्त 1951 को गौलबर्न इवनिंग पोस्ट ( Goulburn Evening Post) अखबार के 8वें पेज पर ये खबर छपी थी। खबर में हैरानी जताई गई थी कि कैसे 16 कत्ल होने के बावजूद महिला को नहीं पकड़ा जा सका।