सार: देश में कोरोना की दूसरी लहर पहले के मुकाबले काफी खतरनाक बताई जा रही है और तथ्यात्मक तौर पर ये देखा भी जा सकता है। लेकिन कोरोना के बीच नेताओं की बयानबाजी बंद नहीं हो रही है। मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कोरोना मरीजों को लेकर एक उटपटांग बयान दिया है, जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर सवालों से घिर गए हैं।
बता दें कि मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिला अस्पताल में मंत्री पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें वहां की समस्याएं बताईं। डॉक्टरों ने बताया कि कई मरीज ऐसे हैं जो कोरोना से ठीक होने के बाद भी घर नहीं जाना चाहते, ऐसे में बिस्तर घिरे रहते हैं और कई बार ऑक्सीजन सप्लाई भी प्रभावित होती है।
इसके बाद मंत्री की ओर से ऐसा बयान सामने आया, जिससे सभी की निगाहें उन पर टिक गईं। उन्होंने कहा कि मरीजों को बोलो कि घर जाओ वरना मरोगे तो इसके गारंटी नहीं है। यही नहीं मंत्री ने डॉक्टरों को सलाह दी कि वो मरीजों से मिलना बद कर दें। मंत्री गोपाल भार्गव का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। गोपाल भार्गव के अलावा उनके साथ कई स्थानीय नेता भी मौजूद हैं।
इस समस्या पर संबंधित डॉक्टर ने कहा कि पूरे जिले से मरीज यहां आ रहे हैं। किसी को मना नहीं कर सकते क्योंकि सरकारी अस्पताल है। डॉक्टरों ने कहा कि जो मरीज अच्छे हो गए हैं, वे घर नहीं जाना चाह रहे हैं। जिनका ऑक्सीजन स्तर 96-98 पर आ गया है वो भी घर नहीं जा रहे हैं।
डॉक्टर ने अपनी परेशानी को बताते हुए कहा कि कल 20 मरीज डिस्चार्ज किए गए थे, जिनमें से एक मरीज घर गया। अब जब तक पुराने मरीज घर नहीं जाएंगे, तब तक नए मरीज कहां रखे जाएंगे। मरीजों को डर है कि घर जाकर ऑक्सीजन स्तर कम हो जाएगा। वहीं ऑक्सीजन की खपत भी ज्यादा हो रही है।