बालोद: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में भीड़ ने महिलाओं को कुचल दिया। इससे करीब 17 महिलाओं को चोट आई है। यह महिलाएं धान खरीदी केंद्र में धान बेचने के लिए टोकन लेने पहुंची थीं। इसी दौरान ये हादसा हुुआ। सुबह जैसे ही खरीदी केंद्र का गेट खुला अचानक भगदड़ मच गई और भीड़ महिलाओं को कुचलते हुए आगे बढ़ गईं। महिलाएं वहीं जमीन पर गिरकर चीखने-चिल्लाने लगीं। हादसे के बाद कलेक्टर ने खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक को हटाने के निर्देश दिए हैं। मामला जिले के पीपरछेड़ी धान खरीदी केंद्र का है।
दरअसल, 01 दिसंबर से प्रदेश में धान खरीदी शुरू होनी है। इसके लिए सभी धान खरीदी केंद्र में टोकन बांटे जा रहे हैं। जिसके माध्यम से किसान धान बेच सकेंगे। इसी कड़ी में सोमवार सुबह करीब 11 बजे लोग धान खरीदी केंद्र में टोकन लेने पहुंची थी। इस दौरान जैसे ही गार्ड ने केंद्र का गेट खोला भीड़ टूट पड़ी और वहां मौजूद महिलाओं को कुचलते हुए अंदर चले गई। महिलाएं वहीं जमीन पर गिर गईं, इस हादसे का शिकार कुछ बुजुर्ग भी हुए हैं। जमीन पर गिरते ही महिला चीखने चिल्लाने लगीं, मौके पर भगदड़ मच गई थी।
हादसे के बाद 17 महिलाओं को चोटें आई हैं। उन्हें पास के ही अस्पताल में ले जाया गया था। वहीं घटना की खबर लगते ही मौके पर कलेक्टर जन्मेजय महोबे पहुंचे थे। उन्होंने एसडीएम को समिति प्रबंधक को हटाने के निर्देश दिए हैं। इस साल धान बेचने के लिए किसानों को 50 फीसदी धान खुद के बारदाने में देना होगा। इसके लिए टोकन लेने के समय सहमति पत्र भरकर भी देना होगा। इसी वजह से इन दिनों खरीदी केंद्र में भी भारी भीड़ उमड़ रही है।
बारदाने की कमी को लेकर राज्य सरकार कई बार केंद्र सरकार को पत्र भी लिख चुकी है। मगर अब तक प्रदेश में बारदाने का संकट बना हुआ है। पिछले साल भी प्रदेश में बारदाने का संकट हुआ था। इसके अलावा पिछले साल भी घान खरीदी केंद्रों से टोकन बांटने, धान खरीदने में लापरवाही को लेकर हंगामे की तस्वीर भी सामने आईं थी। कुछ दिन पहले तो गरियाबंद में किसानों ने पास में खरीदी केंद्र खोलने को लेकर कई घंटों तक चक्काजाम भी कर दिया था।