रायपुर: मांसपेशियों की दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप-1 से पीड़ित सृष्टि का अब उपचार हो सकेगा। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के एसईसीएल दीपका खदान में कार्यरत सतीश कुमार की मासूम बेटी के इलाज में खर्च होने वाली राशि वहन करने की घोषणा की है। इस बीमारी के इलाज के लिए अभी अमेरिका की तरफ से अनुमोदित एक इंजेक्शन है, जिसकी भारतीय मुद्रा में कीमत लगभग 16 करोड़ रुपए है।
कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने एक वीडियो जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री व कोयला मंत्री से गुहार लगाई थी कि एसईसीएल के दीपका खदान में कार्यरत सतीश कुमार की बेटी सृष्टि मांसपेशियों की दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप-1 से पीड़ित है। सृष्टि के इलाज का भारी भरकम खर्च परिवार उठाने में अक्षम है। बच्ची की जान बचाने मानवीय पहल करें। अब राशि स्वीकृत होने पर सांसद ने पीएम नरेंद्र मोदी, कोयला मंत्री प्रहलाद पटेल, चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल के प्रति आभार जताया है।
अपोलो बिलासपुर में चल रहा उपचार
मासूम सृष्टि का इलाज वर्तमान में बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में चल रहा है। माता-पिता ने इलाज में खर्च भारी भरकम राशि नहीं होने पर मदद की गुहार लगाई गई थी। कई सामाजिक संगठनों ने आगे आकर पहल भी की, लेकिन जन सहयोग से इतनी बड़ी राशि नहीं जुटाई जा सकी थी। एसईसीएल प्रबंधन भी सृष्टि के उपचार के लिए लगातार प्रयास कर रहा था। कंपनी में कर्मचारी संगठनों की बैठक भी हुई थी।