नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक सेक्सटॉर्शन रैकेट का पर्दाफाश किया है। मोहम्मद बरकत अली नाम के मास्टरमाइंड को गुड़गांव से पकड़ा गया है। यह गैंग क्षेत्र के अपराधी चला रहे थे। सोशल मीडिया पर लड़कियों की फर्जी आईडी बनाकर लोगों को फंसाते थे। कुछ दिन सेक्स चैट करने के बाद अपने टारगेट को विडियो कॉल के लिए कहते। कॉल पर किसी लड़की को कपड़े उतारते दिखाते और उनसे भी उतारने को कहते। पूरी कॉल रिकॉर्ड कर ली जाती और बाद में ब्लैकमेल करने का जरिया बनती।
रैकेट के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस मेवात क्षेत्र में धरपकड़ कर रही है। जॉइंट कमिश्नर बीके सिंह ने कहा, वॉट्सऐप कॉल रिकॉर्ड करने के लिए गैंग स्क्रीन रिकॉर्डर का इस्तेमाल करता था। फिर धमकी दी जाती कि पैसा नहीं दोगे तो विडियो को सोशल मीडिया पर डाल देंगे।
पहले यह गैंग लोगों को वॉट्सऐप पर कार और बाइक बेचता था। तब भारतीय सेना के कर्मचारी होने का दिखावा करते थे। सितंबर 2008 में बरकत अली और उसके साथियों ने कर्नाटक के मैसुरु में एचडीएफसी बैंक के एटीएम से 12.8 लाख रुपये कैश लूटा था। बाद में उसका गैंग फेसबुक, वॉट्सऐप, टेलिग्राम, टिंडर जैसी ऐप्स पर सेक्सटॉर्शन में लग गया।
पकड़े गए आरोपी ने अपने टारगेट की स्क्रीन किसी और ऐप से रिकॉर्ड की। फिर अपने शिकार को धोखा देने के लिए वॉयस चेंजर्स का इस्तेमाल किया। वो यूट्यूबर्स बनकर धमकी देते कि उनके पास अश्लील विडियो है जिसे वह वायरल कर देंगे। गैंग ने पिछले कुछ महीनों में 200 से ज्यादा लोगों से ठगी की है।
पुलिस को पिछले कुछ महीनों से सेक्सटॉर्शन की कई शिकायतें मिल रही थीं। सर्विलांस बढ़ाया गया तो पता चला कि टारगेट से केवल 15,000 रुपये मांगे जाते थे कि वो बिना ज्यादा विरोध किए चुपचाप पैसा दे दे। एएसआई बृजलाल और कॉन्स्टेबल मिंटू को सूचना मिली थी कि रैकेट का मास्टरमाइंड 13 जून की शाम को गुड़गांव के कुकरोला गांव आने वाला है। पुलिस ने जाल बिछाया और बरकत अली को दबोच लिया। वह हाई स्कूल ड्रॉपआउट है और हरियाणा के पलवल का रहने वाला है।