RAIPUR | सीनियर IPS जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज, सरकार के खिलाफ षडयंत्र रचने का भी आरोप

रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीनियर आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। जीपी सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो और इकनॉमिक ऑफेंस विंग की छापेमारी के बाद राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया था। अब छत्तीसगढ़ पुलिस ने देशद्रोह (राजद्रोह) का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

एसीबी और ईओडब्ल्यू की शिकायत पर गुरुवार रात रायपुर के कोतवाली थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (देशद्रोह) और 153 ए (हेट स्पीच) के तहत मामला दर्ज किया गया है। छापेमारी में उन्हें दस्तावेज मिले हैं, जिसमें हेट स्पीच और सरकार के खिलाफ साजिश करने का आरोप है। बता दें कि एक जुलाई से तीन जुलाई तक जीपी सिंह के रायपुर स्तिथ घर और उनके अलग-अलग ठिकानों पर एसीबी ने छापे मारे थे और करीब 10 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त की थीं।

एफआईआर में कहा गया है कि एसीबी/ईओडब्ल्यू द्वारा जमा किए गए 48 पन्नों के दस्तावेज और प्राथमिक जांच के बाद मामला दर्ज किया गया है। रायपुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानूनी राय लेने के बाद एसीबी द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की जांच की गई। देशद्रोह और हेट स्पीच की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

प्राथमिकी के अनुसार, एसीबी द्वारा की गई छापेमारी में फटे कागजों के टुकड़े बरामद किए गए और जब कागजों को फिर से व्यवस्थित किया गया, तो गंभीर और संवेदनशील कंटेंट मिले। इन पत्रों में प्रतिष्ठित राजनीतिक दलों के नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के साथ-साथ साजिश की विस्तृत योजनाओं का उल्लेख किया गया था। कागजात में कई सरकारी योजनाओं, नीतियों, सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर टिप्पणियां भी थीं। प्राथमिकी में कहा गया है कि जब्त किए गए दस्तावेजों में उत्तेजक सामग्री है जो संवैधानिक रूप से गठित सरकार के खिलाफ ‘घृणा’ और ‘असंतोष’ को बढ़ावा दे सकती है।

छत्तीसगढ़ में एसीबी ब्यूरो की टीम ने 1 जुलाई की सुबह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह के 15 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई शुरू की थी। अधिकारी ने बताया कि जीपी सिंह के खिलाफ उनके आर्थिक अपराध ब्यूरो के कार्यकाल के दौरान अवैध वसूली, भयादोहन आदि के माध्यम से अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने की लगातार शिकायतें मिल रही थी जिसके आधार पर पूर्व में प्राथमिक जांच की गई थी। प्राथमिक जांच में सामने आए प्रमाणित तथ्यों के आधार पर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया तथा बृहस्पतिवार सुबह उनके 15 स्थानों पर छापे की कार्रवाई शुरू की गई।

एडीजी जी पी सिंह भारतीय पुलिस सेवा के 1994 बैच के अधिकारी हैं। वर्तमान में वह राज्य पुलिस अकादमी के निदेशक हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सिंह एंटी करप्शन ब्यूरो के मुखिया भी रहे हैं। राज्य सरकार ने उन्हें पिछले वर्ष जून माह में हटा दिया था। सिंह के स्थान पर भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी आरिफ शेख को एसीबी का प्रमुख नियुक्त किया गया है।

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