जगदलपुर: शहर के पुराना बस स्टैंड में प्रीमियम शराब की दुकान खोलने और न खोलने को लेकर अब कांग्रेस में ही फूट हो गई है। प्रीमियम शराब की दुकान पुराना बस स्टैंड के काम्पलेक्स में खुलवाने के लिए कांग्रेसी पार्षदों और महापौर सफीरा साहू ने निगम की सामान्य सभा में बहुमत के आधार पर इस प्रस्ताव को पारित करवाया था। प्रस्ताव पारित होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता इस शराब दुकान का लगातार विरोध कर रहे थे और गुरुवार को पुराना बस स्टैंड परिसर में जहां शराब दुकान खुलनी थी उस दुकान के बाहर धरना भी दिया था। भाजपा नेताओं का धरना खत्म होकर तीन घंटे भी नहीं बीते थे कि कांग्रेस विधायक रेखचंद जैन ने अपने उत्तर प्रदेश दौरे के दौरान वहीं से शराब दुकान के विरोध में एक पत्र बस्तर कलेक्टर रजत बंसल को लिख डाला है। इस पत्र में उन्होंने कलेक्टर से कहा है कि शहर के पुराने बस स्टैंड में प्रीमियम शराब दुकान खोलने का निर्णय अव्यवहारिक है तथा यह जनभावनाओं के अनुरूप नहीं है। प्रीमियम शराब दुकान को शहर के हृदय स्थल में खोलना उचित नहीं होगा अतः यह निर्णय उचित नहीं है और इस निर्णय को तत्काल वापस लिया जाए। इसके अलावा उन्होंने पत्र मंे लिखा है कि हमारी सरकार जनता के निर्णय और जनादेश पर कार्य करती है यदि शहर की जनता शहर के मध्य में शराब दुकान खोलने के विरुद्ध है तो वे भी इस निर्णय के विरुद्ध है तथा मांग करते हैं कि इस निर्णय को वापस लिया जाए।
विधायक के विरोध के बाद कांग्रेसी पार्षद नाराज, खुलकर बोलने को कोई तैयार नहीं
इधर विधायक के शराब दुकान के विरोध में आने के बाद शराब दुकान के स्वीकृति देने वाले कांग्रेसी पार्षदों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। पार्षदों ने ऑन द रिकार्ड तो कुछ भी नहीं कहा लेकिन ऑफ रिकार्ड विधायक पर जमकर भड़ास निकाली। कुछ पार्षदों ने यहां तक कह दिया कि अब निगम के सदन में कोई भी निर्णय वे खुद नहीं लेगे, इसके लिए वे विधायक की अनुमति लेंगे।
भाजपा बोली कांग्रेसी विधायक ने बहुमत की गुंडागर्दी को तमाचा दे मारा
इधर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता संजय पांडे ने इस मामले में कांग्रेस विधायक रेखचंद जैन की तारीफ करते हुए कहा कि सदन में कांग्रेसी पार्षद और महापौर बहुमत की जो गुंडागर्दी करते हैं उस पर विधायक ने तमाचा दे मारा है। शहर में शराब दुकान खोलना कहीं से भी उचित नहीं था लेकिन बहुमत की दादागीरी में कांग्रेसी पार्षद इसे समझ नहीं पा रहे थे।