जगदलपुर: 18 जनवरी ‘22 को एक गरिमायुक्त संयुक्त कार्यक्रम में बस्तर की प्रमुख संथाओं बस्तर चेम्बर ऑफ़ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज, रोटरी क्लब एवं इंद्रावती बचाओ अभियान ने पदयात्री रोहन अग्रवाल तथा पर्वतारोही नैना धाकड़ का तिलक, शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह से अभिनंदन किया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम दोनों युवाओं का आयोजक संस्थाओं की ओर से स्वागत किया गया।स्वागत भाषण में चेम्बर अध्यक्ष मनीष शर्मा ने दोनों को शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।किशोर पारख व दशरथ कश्यप ने भी अपने उद्बोधन में दोनों युवाओं की इच्छाशक्ति, जुनून की तारीफ़ करते हुए उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा की।
सुश्री नैना धाकड़ ने अपने अभूतपूर्व अभियान हिमालय की सर्वोच्च चोटी की दुरूह चढ़ाई, विपरीत परिस्थितियों में संघर्षशीलता व मौत से साक्षात सामना का वृतांत सुनाकर सभी को स्तब्ध कर दिया।उन्होंने बताया कि उनके 75 दिनों के अभियान में उन्होंने कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपने अभियान में वापसी नहीं की और हिमालय की दो चोटियों पर भारतीय ध्वज लहराने का गौरव हासिल किया।ऐसा करने वाली वो प्रथम महिला है तथा उन्हें इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड में स्थान दिया गया है।वो चाहती हैं कि बस्तर के युवाओं को हिमालय के अभियान हेतु प्रशिक्षण दें।
पिछले डेढ़ वर्षों से भारत के 17 राज्यों से भ्रमण करते हुए लगभग 10000km पैदल तथा लगभग 40000km की यात्रा लिफ़्ट लेकर कर चुके कामटी, नागपुर के रोहन अग्रवाल जगदलपुर पहुँचे हुए हैं तथा अपनी यात्रा के दौरान वे प्लास्टिक मुक्त भारत हेतु जन जागरण कर रहे हैं।अपने उद्बोधन में रोहन ने अपनी यात्रा के उद्देश्य, आगामी योजना, यात्रा में हासिल अनुभवों पर प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि भारत के अन्य राज्यों की यात्रा करते हुए अन्य कई देशों में भी अपना अभियान लेकर जाएँगे तथा उनकी इच्छा है कि रुस के उस स्थान में पहले भारतीय के रूप में जाएँ जहां तापमान -72॰ तक होता है।उन्होंने देश में अलग अलग संस्कृतियों, रीति रिवाजों, अतिथि सत्कार की विविधता व उनकी ख़ूबसूरती की ओर भी सबका ध्यान आकर्षित किया।प्लास्टिक मुक्त भारत हेतु अपने प्रयासों की जानकारी देते हुए प्लास्टिक से होनें वाले नुक़सान की जानकारी देते हुए सभी से इस अभियान में शामिल होने की अपील की।बस्तर की मेहमाननवाज़ी, मैत्रीपूर्ण व्यवहार, सरलता इन्हें बहुत पसंद आइ।
इस अवसर पर बस्तर चेम्बर एवं इंद्रावती बचाओ अभियान की ओर से मास्टर रोहन अग्रवाल तथा सुश्री नैना धाकड़ का तिलक, शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह देकर दोनों का अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर पूर्व चेम्बर अध्यक्ष पुखराज बोथरा, मोहर झा, नवरतन जलोटा, चंद्रेश चांडक, सम्पत झा, राजकुमार दंडवानी, अयाज़ चामड़िया, कन्हैया गुप्ता, कोमल महावर, श्रीधर मद्दी, पंकज सिंघल, शेखर मालू, राजेश सोनी, आयुष जैन, विधुशेखर झा, टोकन शर्मा, योगेश शुक्ला, किशोर जाधव, प्रमोद मोतीवाला, श्रीमती सुनीता उमरवैश्य, श्रीमती गाजिया अंजुम, कु. शुभदर्शना, सुनील दंडवानी, रोहित बैस, मनीष मुलचंदानी समेत बड़ी संख्या में तीनों संस्थाओं के सदस्यगण एवं जूनियर चेम्बर के सदस्यगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम संचालन चेम्बर महामंत्री विमल बोथरा ने किया।