बिलासपुर: प्रदेश के कुछ युवाओं ने बेरोजगारी के चलते एक फर्जी नेशनल क्राइम ब्रांच बना लिया। जिसके बाद उन्होंने बहुत ही चालाकी से अवैध वसूली शुरू कर दी। पर उनकी यह चालबाजी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई और वह बिलासपुर पुलिस के हाथों रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिए गए। पुलिस ने 7 आरोपियों को हिरासत में लिया है
दरअसल 19 सितंबर को जैकी कुमार नाम के व्यक्ति ने सरकंडा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी वहां जब 18 सितंबर को अपनी हाईवा से गिट्टी लोड कर चिल्हाटी की ओर जा रहा था तब कुछ लड़के उसकी गाड़ी को जबरन रुकवा कर अवैध वसूली करने लगे। उन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच का स्टाफ बताया और अपने पास की आईडी भी दिखाई। यही नहीं उन्होंने प्रार्थी से गाली गलौज की और ₹5000 की मांग की जिसके बाद जैकी ने तुरंत सरकंडा पुलिस को इस बाबत अपनी शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलते ही थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने टीम बनाकर आरोपियों की तलाश की जिसके बाद आरोपियों को घेरकर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम भीम कुमार पटेल, जनक दीवान बताया। उन्होंने बताया कि मोबाइल में लिंक क्रिएट कर ऐप के माध्यम से उन्हांेने आईडी तैयार की थी। उनके पास से फर्जी नेशनल क्राइम ब्रांच की आईडी मिली। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे अवैध वसूली का काम करते हैं उनके पास से मोबाइल में मोटरसाइकिल जप्त किया गया तथा उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।