मस्कट: टीम इंडिया के हेड कोच पद से हटने के बाद रवि शास्त्री अब ओमान में जारी लीजेंड्स क्रिकेट लीग के कमिश्नर हैं। टूर्नामेंट के दौरान कई पत्रकार उनसे भारतीय टीम पर सवाल कर रहे हैं। विराट की कप्तानी विवाद पर प्रश्न कर रहे हैं और रवि शास्त्री भी बेखौफ जवाब दे रहे हैं। अपने कोचिंग कार्यकाल में वर्ल्ड कप न जीतने की बात पर सुनिए उनकी बेबाक राय।
‘सचिन भी छठी बार में जीत पाए पहला वर्ल्ड कप’
शास्त्री ने कहा, ‘मुझे बताइए कि कितनी टीम लगातार इतना अच्छा खेल पाई है। कई बड़े प्लेयर्स वर्ल्ड कप नहीं जीत पाए। गांगुली, द्रविड़, कुंबले, लक्ष्मण, रोहित शर्मा कभी विश्व कप नहीं जीते। इसका मतलब यह नहीं कि ये सभी खराब प्लेयर्स हैं। आप जाकर मैदान पर अपना खेल दिखाते हैं। भारत में सिर्फ दो ही वर्ल्ड कप विनिंग कैप्टन हुए हैं। यहां तक कि सचिन तेंदुलकर भी छठी बार में अपना पहला वर्ल्ड कप जीत पाए। इसलिए वर्ल्ड कप से किसी को नहीं आंकना चाहिए।’
कुछ लोगों को विराट की सफलता हजम नहीं होती
चंद दिन पहले ही रवि शास्त्री के एक और बयान ने सनसनी मचा दी थी, जब उन्होंने बिना किसी का नाम लिए यह कह दिया था कि विराट कोहली की सफलता कुछ लोगों को हजम नहीं होती। निश्चित रूप से उनका निशाना बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों पर था। बकौल शास्त्री, ‘विराट भी टेस्ट क्रिकेट में कम से कम दो साल और कप्तान रह सकते थे। वह फिलहाल इस फॉर्मेट के सबसे सफल भारतीय कप्तान हैं। अगले दो साल भारत को कई घरेलू सीरीज खेलनी है, ऐसे में 60 मैच में 40 जीत का रिकॉर्ड 50-60 जीत का हो जाता, लेकिन शायद कुछ लोगों को यह बात हजम नहीं होती।’
भारत के कप्तान भी रह चुके हैं रवि शास्त्री
भारत के लिए 80 टेस्ट, 150 वनडे खेलने वाले शास्त्री 1983 विश्व विजेता टीम के अहम खिलाड़ी थे। छह गेंदों में छह छक्के लगा चुके इस दिग्गज ने एक मैच में भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी भी की थी। क्रिकेट कोच बनने से पहले वह एक बेहतरीन कमेंटेटर थे। युवराज सिंह के छह गेंद में छक्के से लेकर एमएस धोनी के वर्ल्ड कप विनिंग सिक्स के दौरान बैकग्राउंड में उनकी आवाज आज भी रौंगटे खड़े कर देती है।
कमेटी की सिफारिश पर बने थे कोच
शास्त्री के कार्यकाल में टीम ने टेस्ट की नंबर एक रैंकिंग हासिल की। विदेशों में जाकर कई सीरीज जीती। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में तिरंगा लहराया। वर्ल्ड टी-20 में विदाई के साथ ही रवि शास्त्री का भी कार्यकाल खत्म हो गया। 2017 में सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण वाली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CaC) ने उन्हें भारतीय टीम का हेड कोच बनाया था।