रायपुर: छत्तीसगढ़ में चुनावी सरगर्मी देखने को मिल रही है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह राज्य सरकार पर हमले का कोई मौका नहीं चूक रहे है। उन्होंने सरकार पर पब्लिसिटी स्टंट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सूबे में झूठे विज्ञापनों पर लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं लेकिन शिक्षा का क्षेत्र भूपेश बघेल सरकार के कुशासन से कराह रहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- आप राजनीति में बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ मत कीजिए, कल हम और आप भले ही नही होंगे लेकिन छत्तीसगढ़ होगा, ये बच्चें होंगे, यही प्रदेश के भविष्य हैं। भाजपा नेता ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह के कारण सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था के बदतर होने का भी आरोप लगाया।
रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा- दाऊ (भूपेश बघेल) और बाबा (टीएस सिंह देव) की राजनीतिक अंतर्कलह के कारण छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था बदतर हो चुकी है। कल तक जिन कार्यों को यह कुशासन की सरकार अपनी उपलब्धि बता रही थी, आज उनकी ऐसी दुर्दशा हो चुकी है कि सारी कांग्रेस मुंह छुपाकर बैठी है। इसके साथ ही रमन सिंह एक मीडिया रिपोर्ट भी साझा की जिसमें हमर क्लिनिकों की बदहाली का जिक्र किया गया है। इस बीच, रमन सिंह रायपुर साइंस कॉलेज क्षेत्र में जारी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल हुए और मंच से सूबे की भूपेश बघेल सरकार पर करारा हमला बोला।
उन्होंने कहा- मैं भूपेश जी से पूछना चाहता हूं क्या क्या बेचोगे। कम से कम शिक्षा परिसर को तो छोड़ो। भूपेश जी शरम करिये, जिस साइंस कालेज में आपने पढ़ाई की, उसके परिसर को भी बर्बाद करने पर आप आमादा है। भूपेश बघेल की सरकार पूरे छत्तीसगढ़ को बेचने पर आमादा है। इसके साथ ही रमन सिंह ने सरकार पर शराब और रेत माफिया को शह देने का आरोप लगाया। रायपुर साइंस कॉलेज क्षेत्र में छात्रों का अंदोलन राज्य सरकार के लिए चेतावनी है कि 10 महीने बाद वे सरकार को उखाड़ फेंकने जा रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रमन सिंह ने भूपेश बघेल सरकार पर कोयले में 25 रुपये प्रति टन के हिसाब से दलाली खाने का भी आरोप लगया। उन्होंने कहा- भूपेश बघेल सरकार की भ्रष्ट नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ बदनाम हो रहा है। केंद्रीय एजेंसियों की जांच में कोयले में दलाली खाने के प्रमाण मिले हैं। कोयले की दलाली में कलेक्टर स्तर से लेकर सेकेंड्री स्तर के अधिकारी शामिल हैं। ईडी ने इस मामले में केस दर्ज किया है। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के कारण जो स्थिति है, वैसी देश में कहीं नहीं है। सूबे में सरकार और प्रशासन का पूरा का पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है।