रायपुर: कोरोना के कारण आज सभी स्कूल बंद हैं ऐसे में बच्चे सही तरह से समुचित शिक्षा कैसे पाएं, इस विषय पर शिक्षा विभाग द्वारा बेबीनार आयोजित किया गया। मुमकिन है इस ऑन लाइन बेबीनार में 35 हजार से ज्यादा शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षाविद और अन्य लोगों ने अपने अनुभव और विचार शेयर किए। जिसमें तय किया गया कि शिक्षा नवाचार को प्राथमिकता दी जाएगी।
नवाचार में काम करने वाले शिक्षक और डीईओ होंगे पुरस्कृत
शिक्षा विभाग सचिव आलोक शुक्ला ने बताया कि अधिकारी सुविधाअनुरूप पढ़ाई कराएं और राशि जो भी मांगी जाएगी उसे दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रेष्ठ पांच सुझाव को शिक्षा मंत्री के माध्यम से शुभारंभी भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि नवाचार से शिक्षा दी जा सकती है। यही नहीं नवाचार में काम करने वाले शिक्षक, डीईओ का सम्मान किया जाएगा।
बेबीनार में इन पांच सुझावों को चुना गया है-
- गांव गली मोहल्ला में सामुदायिक सहायता से पढ़ाई
- लाउडस्पीकर से बच्चों को पढ़ाना
- ब्लूटूथ ऐसे ऑडियो फाइल जिससे शिक्षा विभाग के वेबसाइट से बिना इंटरनेट के एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल पर भेजा जा सकता है
- एक ऐसा एप्लीकेशन बनाया जा रहा है जिसे इंस्टॉल करते तक ही नेट की जरूरत पड़ेगी उसके बाद बिना इंटरनेट के सुचारु रूप से ये एप्लीकेशन संचालित होगा
- कॉल सेंटर के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जाएगी, इसमें बच्चे किसी भी माध्यम से कॉल सेंटर में कॉल कर सकेंगे और अपने जिज्ञासा अनुरूप सवाल कर सकते हैं
- इन पांचों माध्यमों को प्रदेश स्तर पर लागू किया जाएगा। इसके लिए कोई जोर जबरदस्ती नहीं होगी। इच्छुक शिक्षक इसे अपनाकर बच्चों को पढ़ा सकते हैं