कांकेर: 8 किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्टर बंगला पहुंची अधिश्वर नर्सिंग होम की छात्राओं ने प्रिंसिपल पर आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ी बोलने पर वह 6 महीने का बैक लगा देती हैं। छात्राओं ने कहा कि वह मानसिक प्रताड़ना भी करती हैं, उन्होंने कलेक्टर से प्रिंसिपल को हटाने की मांग भी की।
नर्सिंग की छात्राएं कलेक्टर चंदन कुमार से मिलने पर अड़ी रही। वह अपनी 17 सूत्रीय मांग लेकर पहुंची थी। पुलिस ने आला अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि वह अपने पालक के साथ कलेक्टर के पास आए, वे जरूर इस मसले पर बात करेंगे। एक छात्रा ने बताया कि यदि पालक हमारी बात को लेकर प्रिंसिपल के पास जाते हैं तो हमें बैक लगाने की धमकी देती हैं। यही नहीं हमसे कपाउंड साफ कराया जाता है, गिट्टी-पत्थर सब उठवाया जाता है।
वहीं एक छात्रा ने कहा कि हम अधिकांश छात्राएं छत्तीसगढ़ से हैं और आपस में छत्तीसगढ़ी बोली में ही बात करते हैं। पर प्रिंसिपल हमें हमारी बोली में बात करने से मना कर देती हैं। वो कहतीं हैं कि छत्तीसगढ़ी में बोलते दिखोगे तो मैं उठवा कर फिकवा दूंगी। हमारे घरवालों को भी छत्तीसगढ़ी बोलने से मना कर दिया जाता है।