जयपुुर: मध्यप्रदेश की तरह राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार गिरती हुई नजर आ रही है। ताजा मिली जानकारी के अनुसार उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट बीजेपी के वरिष्ठ नेताआंे के संपर्क में हैं। उनके पास 16 कांग्रेस विधायक और 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। आपको बता दें कि बीजेपी नेताआंे द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को नोटिस जारी किया था, जिसके बाद वह बेहद नाराज हो गए थे।
बीजेपी नहीं, खुद की नई पार्टी बना सकते हैं सचिन
सूत्रों के अनुसार सचिन से बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता बातचीत कर रहे हैं। बीजेपी ने कहा है कि पहले वह राजस्थान मंे कांग्रेस की सरकार गिराएं। चूंकि वसुंधरा राजे के पास 45 विधायकों का समर्थन है इसलिए पार्टी सचिन को मुख्यमंत्री पद देने की पेशकश भी नहीं कर सकती। सूत्रों का यह भी कहना है कि सचिन मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी काफी चर्चा कर रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार में सचिन पायलट को महत्व न दिए जाने व नोटिस जारी किए जाने के बाद वह कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। सचिन के समर्थकों ने कहा था कि पायलट को समन भेजकर प्रताड़ित करने की अशोक गहलोत की मंशा है। सचिन पायलट ने इशारों मंे कहा है कि वह बीजेपी ज्वाइन नहीं करेंगे, लेकिन नई पार्टी जरूर बना सकते हैं।
बताते चलें कि शनिवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि बीजेपी पार्टी द्वारा कांग्रेस की सरकार गिराने के लिए विधायकों को 15 करोड़ रूपयों का आॅफर दिया जा रहा है। जिसके बाद अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को भी समन भेज दिया था। सचिन पायलट इसके बाद नाराज हो गए और उन्होंने इसको सीएम अशोक गहलोत की चाल बताया. था। क्योंकि गृहमंत्रालय भी उन्हीं के पास है और एसओजी उन्हीं के अधीन आता है।