रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 1.99 लाख से ज्यादा नशीली दवाइयां बरामद जब्त की है, जिसकी कीमत एक करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। पुलिस ने नशीली दवाई के साथ 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के गिरफ्त में आए नशे के सौदागर छत्तीसगढ़ के युवाओं को नशे का जखीरा पहुंचाने की फिराक में थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है। रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल और सिटी एसपी अभिषेक माहेश्वरी ने पूरे मामले का खुलासा किया है।
पुलिस ने बताया कि आजाद चौक थाना क्षेत्र के मुकुट नगर में बाइक सवार 2 युवक नशीली टेबलेट बेचने की फिराक में ग्राहक तलाश रहे थे। मुखबिर से मिली सूचना पर टीम को लगाया गया। आजाद चौक इलाके से कियाजुद्दीन उर्फ विकी और जे भास्कर नाम के लड़कों को पकड़ा गया। इनके बैग में 120 अल्प्राजोलम, 144 स्पास्मो टैबलेट मिला।
पूछताछ में आरोपियों ने माल सप्लाई करने वाले का नाम बताया। टीम ने पुरानी बस्ती निवासी रविन्द्र गोयल को दबोचा। उसके कब्जे से पुलिस ने 14,000 स्पास्मो टेबलेट बरामद किया। रविन्द्र अपनी कार में नशे की टेबलेट का सप्लाई करता था। रविन्द्र से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने दुर्ग से मुकेश साहू को हिरासत में लिया है। मुकेश एमआर है। नशे के समान को सभी जगह वह डिस्ट्रीब्यूट करता है। पुलिस ने 28,000 स्पास्मो टेबलेट बरामद किया है। मुकेश ने रायपुर के मोहम्मद हसन और साहिल हसन से माल खरीदने की जानकारी पुलिस को दी।
नशीली दवाइयों पर अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई
रायपुर SSP प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि मुकेश साहू को प्रतिबंधित नशीली टैबलेट रायपुर निवासी मो. हसन और उसके बेटे साहिल हसन खपाने को देते थे। जिसे वह आरोपी रविन्द्र गोयल को देता था। आरोपी मो. हसन और उसके पुत्र साहिल हसन को भी गिरफ्तार किया। पिता-पुत्र के कब्जे से 1,13,944 पीस स्पास्मो और 41,600 पीस अल्प्राजोलम प्रतिबंधित नशीली टेबलेट जब्त किया गया। रायपुर एसएसपी ने बताया कि रायपुर पुलिस की नशे के खिलाफ अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। पुलिस ने 1.99 लाख प्रतिबंधित टेबलेट जब्त किया है, जिसकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है।