रायपुर: शेयर मार्केट में रकम दोगुना करने का झांसा देकर देश भर में ठगी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है। मामला शहर के गंज थाना का है। प्रार्थिया ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि नवंबर 2021 को प्रार्थिया के पति को कॉल आया। फोन करने वाले ने अपना नाम गौतम शाह निवासी भोपाल बताया था। इसकी जानकारी पति ने प्रार्थिया को भी दी। जिस पर प्रार्थिया ने गौतम शाह से संपर्क किया। आरोपी ने बताया कि वो भोपाल में शेयर मार्केट के बीएसई नामक ट्रेडिंग में काम करता है
आरोपी ने प्रार्थिया और उसके पति को अपने भरोसे में लेते हुए शेयर मार्केट में रूपये इन्वेस्ट करने और रकम को 25 दिनों में डबल करके वापस करने का लालच दिया। दोनों गौतम शाह के झांसे में आ गए। आरोपी ने दोनों को केनरा बैंक का अकाउंट नंबर दिया। जिसका धारक राहुल मारू नामक व्यक्ति था। साथ ही मोबाईल नंबर भी दिया जिसका धारक अमित पटेल नाम का शख्स था। प्रार्थिया और उसके पति ने उक्त खाता और मोबाईल नंबर में 5 जनवरी 2022 से दिनांक 7 जनवरी 2022 तक अलग-अलग किश्तों में 5 लाख रुपये दिए।
जीएसटी के नाम पर फिर मांगे पैसे
पैसे मिलने के बाद आरोपी गौतम ने बीएसई नामक पोर्टल में प्रार्थिया के पति के नाम की आईडी और पासवर्ड दिया। उक्त पोर्टल में दंपति ने लॉगिन करके देखा तो उनके द्वारा इन्वेस्ट किए गए 5 लाख रुपये का प्रॉफिट 9 लाख 22 हजार 350 रुपये दिखाया। इसी दौरान गौतम ने फोन कर फिर से प्रॉफिट का लालच दिया और दोनों से 1 लाख 85 हजार रुपये जीएसटी और अन्य टैक्स देने की बात कहने लगा। दंपति ने फिर 31 जनवरी 2022 को 1 लाख 35 हजार और 3 फरवरी 2022 को 50 हजार रुपये दे दिए। इस तरह आपोरियों ने दंपति से कुल 6 लाख 85 हजार रुपये ठग लिए।
वापस नहीं की राशि
कुछ दिनों बाद गौतम शाह ने अन्य टैक्स और जीएसटी के नाम पर और पैसों की मांग की। इसके बाद दंपति को ठगी होने का अहसास हुआ। जब दंपति ने रकम वापस मांगी तो आरोपियों ने नहीं दी। इस पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ गंज थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया।
ठगी की घटना को रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली अविनाश ठाकुर, प्रभारी एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट समेत गंज थाना प्रभारी को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। जिसके बाद संयुक्त टीम ने दंपति से विस्तृत पूछताछ की। इसके अलावा लेन-देन से संबंधित सारी जानकारी ली गई।
तीन दिन तक पुलिस ने की तलाश
जानकारी इकट्ठा करने के बाद पुलिस ने आरोपियों का पता लगाया। पता चला की सभी आरोपी देवास में हैं। जिसके बाद साइबर यूनिट के सउनि। सैय्यद ईरफान के नेतृत्व में 4 सदस्यीय संयुक्त टीम को मध्य प्रदेश के देवास रवाना किया गया। टीम के सदस्यों ने वहां पहुंचकर 3 दिन तक अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू की। आखिर में प्रकरण में संलिप्त आरोपी आदित्य पटेल उर्फ अंशुल जैन और अमित पटेल को पकड़ा गया। दोनों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों ने अपने अन्य साथी शुभम तिवारी उर्फ गौतम शाह और राहुल मारू के साथ मिलकर ठगी की उक्त घटना को करना स्वीकार किया।