धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के पीपरछेड़ी गांव में गुटखा खाने को लेकर बवाल हो गया। शिक्षकों द्वारा गुटखा खाकर पढ़ाने और स्कूली बच्चों से जर्दायुक्त गुटखा मंगाए जाने से नाराज ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। आक्रोशित पालकों का कहना था कि गुरु बच्चों का भविष्य संवारते हैं। शिक्षक ही बच्चों से गुटखा मंगवाएंगे और खाकर पढ़ाएंगे तो बच्चे क्या सीखेंगे और उनका भविष्य कैसे संवरेगा। पालकों ने शिक्षा विभाग के अफसरों से कहा है कि जब तक वे ऐसे शिक्षकों को नहीं हटाएंगे, तब तक वे अपने बच्चों को पढ़ाई करने स्कूल नहीं भेजेंगे।
घटना धमतरी ब्लॉक के पीपरछेड़ी गांव है। पालकों द्वारा स्कूल में तालाबंदी की सूचना पर शिक्षा विभाग के अफसर पहुंचे। पालकों का कहना है कि बच्चों को नशे का सामान मंगाने वालों के खिलाफ विभाग तत्काल कार्रवाई करे और उनका यहां से ट्रांसफर करे। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीण मानें और स्कूल का ताला खोला दिया। पालकों का आरोप है कि प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बच्चों से तंबाकूयुक्त गुटखा मंगाते हैं। यही नहीं शिक्षक गुटखा खाते हुए बच्चों को पढ़ाते हैं। पालकों ने कहा कि शिक्षकों द्वारा जब गुटखा मंगाने की जानकारी हुई तब उन्होंने इसका विरोध भी किया था। तीन माह पहले उन्होंने आवेदन देकर शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग की थी, लेकिन इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।
स्कूल के शिक्षकों की मनमानी को लेकर पालकों में काफी आक्रोश है। पालकों ने शिक्षा विभाग द्वारा शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करने से नाराज होकर गुरुवार को स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। पालकों का कहना है कि जब तक शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों को नहीं हटाएगा, तब तक वे बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। स्कूल में तालाबंदी की सूचना जब शिक्षा विभाग को हुई तब बीईओ डीआर गजेंद्र सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया, जिसके बाद स्कूल का ताला खोला गया। बीईओ गजेंद्र ने कहा कि मामले की जांच होगी और शिक्षक दोषी पाए जाते हैं तो कार्रवाई भी करेंगे।