Raipur | कलिंगा विश्वविद्यालय में ‘सद्भावना दिवस‘ पर ऑनलाईन संगोष्ठी, राजमोहनी देवी ने कहा- देश की एकता और अखंडता को बरकरार रखना है

रायपुर: कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। यहाँ पर विद्याथिर्यों के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न सांस्कृतिक, रचनात्मक एवं बहुद्देशीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है। देश की एकता, अख ंडता और सांप्रदायिक सद्भाव को विकसित करने के उद्देश्य में कलिंगा विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय के द्वारा ‘सद्भावना दिवस‘ पर ऑनलाईन संगोष्ठी का आयोजन संपन्न हुआ।

उक्त संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में भारत की प्रमुख युवा साहित्यकार और राजमोहनी देवी कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अम्बिकापुर की सहायक प्राध्यापक डॉ विश्वासी एक्का उपस्थित थीं। उन्होंने संगोष्ठी में उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्हांने कहा कि- ‘‘भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की स्मृति में प्रत्येक वर्ष सद्भावना दिवस का आयोजन किया जाता है।

भारत की गौरवशाली संस्कृति है। जहाँ पर विश्व बंधुत्व, सर्वकल्याण और मानवता की भावना हमारी प्रमुख पहचान है। हमारे देश में अनेक विविधताओं के बावजूद देश की एकता-अख ंडता को बरकरार रखना हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है। इसीलिए भारतीय संविधान के तहत देश में कानून का सम्मान रखते हुए सभी को सम्मानजनक जीवन यापन करने का अधिकार दिया गया है। सद्भावना दिवस मनाने का मुख्य विचार हिंसा को समाप्त करके देश की एकता और अखंडता को बरकरार रखना है।

उक्त संगोष्ठी का संचालन करते हुए कलिंगा विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक श्रीमती स्वरूपा पंडित ने कहा कि- ‘‘राजीव गांधी की स्मृति में मनाए जाने वाले इस महत्वपूर्ण दिन का संदेश है कि देश में सभी धर्म जाति और भाषा को बोलने वाले और विविध आस्थाओं के लोगों को एक साथ रहना चाहिए। सद्भावना दिवस का उद्देश्य लोगों को दूसरों के प्रति अच्छी भावना रखने के लिए प्रेरित करना, सभी धर्मों के लोगों के बीच भाईचारा, सामुदायिक सदभाव, एकता और प्रेम पैदा करना है।

उक्त आयोजन में कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण प्रकोष्ठ की अधिष्ठाता डॉ. आशा अंभईकर, कला एवं मानविकी संकाय की अधिष्ठाता डॉ. शिल्पी भट्टाचार्य, संगोष्ठी के समन्वयक ए. के. कौल, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एम. एस. मिश्र, हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अजय शुक्ला, डॉ. अनिता सामल, ए. विजय आनंद, चंदन राजपूत, सुश्री अनुरिमा दास, श्रीमती स्वरूपा पंडित, सुश्री अविनाश कौर, श्री शबलुम पाणी के साथ समस्त विभागों के प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों उपस्थित थें। कार्यक्रम का व्यवस्था संचालन श्रेया द्विवेदी ने किया तथा कला एव ं मानविकी संकाय की अधिष्ठाता डॉ. शिल्पी भट्टाचार्य, ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

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