नई दिल्ली: ब्रिटेन में रहने वाले एक दंपति ने भारत आकर एक बच्चे को गोद लिया। फिर डेढ़ करोड़ की इंश्योरेंस की रकम को हड़पने के लिए उस बच्चे की हत्या करा दी। पर कानूनी दांवपेंच से बचकर यह कपल फिर यूरोप भाग गया और अब भारत सरकार इसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है लेकिन मानवाधिकार कानूनों की वजह से यह संभव नहीं हो पा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार 55 साल की आरती धीर और उसके 31 साल के पति कवल रायजादा ब्रिटेन के एयरपोर्ट पर काम करते थे। वे 2015 में भारत आए और गुजरात के मलिया हटिना में एक अनाथ बच्चे गोपाल सेजानी को गोद लेने का वादा किया। जब गोद लेने की प्रक्रिया पूरी हो गयी तो उसके नाम पर डेढ़ करोड़ की पाॅलिसी खरीद ली।
2017 में गोपाल अपने एक रिश्तेदार हरसुखभाई किरदानी के साथ राजकोट गया था। जहां वापसी के दौरान कुछ लोगों ने उन पर चाकू से हमला बोल दिया और दोनों की ही मौत हो गयी। कपल के साथ घर शेयर करने वाले नीतिश मुंद ने बताया था कि उसे कपल ने ही गोपाल की हत्या के लिए पैसे दिए थे। नीतिश को पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया था। फिलहाल वह जेल में बंद है। वहीं ब्रिटेन के जज ने माना था कि सबूत के अनुसार कपल ने अन्य लोगों के साथ मिलकर अपराध किया है।
कपल ने इन आरोपों को खारिज किया। हालांकि यह मुद्दा ब्रिटेन में बेहद गूंजा और सासंद टिम लूघटन ने पूछा था कि क्या हम बच्चे के हत्यारों को हम ब्रिटेन की सड़कों पर खुलेआम घूमते देखना चाहते हैं?