कोंडागांव: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले में नक्सलियों ने सर्चिंग पर निकले जवानों को अपना निशाना की कोशिश की थी। इसी मंसूबे से नक्सलियों ने डामर की पक्की सड़क के नीचे 10 फिट गहरी सुरंग बनाकर 15 और 20 किलो की 2 आईईडी प्लांट कर रखी हुई थी। जिसे पुलिस के जवानों ने बीडीएस टीम की मदद से ढूंढ निकालने में सफतला हासिल की है। आईईडी बरामद करने के बाद जंगल में ही अपनी सूझ-बूझ दिखाते हुए दोनों आईईडी को डिफ्यूज कर दिया। वहीं मौके पर से जवानों ने 100 मीटर कॉर्डेक्स वायर, 2 नग डेटोनेटर समेत अन्य सामान भी बरमाद किए गए हैं। मामला कोंडागांव जिले के केशकाल थाना क्षेत्र का है।
दो आईईडी की गई बरमाद
कोंडागांव एसपी से मिली जानकारी के मुताबिक मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम हानहेड़ में नक़्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए बड़ी मात्रा में आईईडी प्लांट की हुई है। इस सूचना के आधार पर बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायर्ड की टीम को मौके के लिए रवाना किया गया था। जिसके बाद बीडीएस की टीम ने सही लोकेशन पर पहुँचकर नक्सलियों के द्वारा 10 फिट सुरंग बनाकर प्लांट किये गए एक 15 किलो और एक 20 किलो के आईईडी को कई घण्टों तक मशक्कत करने के बाद आखिरकार खोज निकाला। दरसअल नक़्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुचाने के लिए काफी लंबे समय से बम को प्लांट कर रखा था। सड़क किनारे के हिस्से को खोद कर एक सुरंग से जवानों ने दो आईईडी लगभग 35 किलो की बरमाद की। जिसे बीडीएस की टीम ने मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया।
नक्सलियों के मंसूबे नाकाम
दरअसल जिस मार्ग पर नक्सलियों ने आईईडी प्लांट कर रखी हुई थी। इसी मार्ग से अक्सर जवानों की आवाजाही भी होती रहती है। ऐसे में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक से नक्सलियों ने सड़क के नीचे सुरंग बनाकर मौत का सामान दबा रखा था। हालांकि नक्सली किसी घटना को अंजाम दे पाते इससे पहले पुलिस ने नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया। बताया जा रहा है कि इस 35 किलो की आईईडी की क्षमता इतनी है कि इसकी चपेट में आने से एक बड़ी वाहन के परखच्चे आसानी से उड़ सकते हैं। इसी मार्ग से ग्रामीणों की भी रोजाना आवाजाही होती रहती है।