जांजगीर-चांपा: हिंदी फिल्म दृश्यम तो आपको याद होगी न जिसमें एक व्यक्ति लापता हो जाता है। उस व्यक्ति की लाश को गढढे में छिपा दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला अड़भार चौकी से सामने आ रहा है। जहां ठाकेन्द्र देवांगन नाम का युवक 30 अप्रैल को घर से लापता हो गयी था। पुलिस में परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी। एक महीने बाद पुलिस को उसकी लाश मिली।
दरअसल पुलिस जब जांच कर रही थी तब कोई सुराग नहीं मिल रहा था। पुलिस की लेटलतीफी देख परिजनों ने एसपी से शिकायत की और उन्होंने टीम बनाकर इंवेस्टिगेशन किया गया। पुलिस को पता चला कि पड़ोसी अजय देवांगन की 13 साल की बेटी को ठाकेन्द्र मैसेज कर परेशान करता था। पुलिस ने जब अजय देवांगन से बात की तो उसने बताया कि घटना वाले दिन उसने 12 बजे ठाकेन्द्र को मैसेज कर बुलाया और उसे समझाने लगा।
ठाकेन्द्र जब समझने को तैयार नहीं हुआ तो अजय ने अपने गमछे से उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। लाश को अजय ने अपने कार की डिक्की में उाला और घर से 25 किलोमीटर दूर पावर प्लांट के डैम के पास गढढे में डाल दिया। जेसीबी के ड्राइवर को उस गढढे में राख डालने कहा। अंधेरा होने की वजह से वह देख नहीं पाया और लाश को पाट दिया। पुलिस ने ठाकेन्द्र के मोबाइल के मैसेज के आधार पर गंभीरता से पूछताछ की, जिसके बाद मामले का खुलासा हो सका।