इंदौर। शवों की सुरक्षा में तैनात निजी एजेंसी के कर्मचारी रंगरेलियां मनाते हुए पकड़े गए हैं। रंगीन मिजाज कर्मचारी कई दिनों से दो युवतियों को मुर्दा घर में बुला रहे थे। जब शव लेकर कुछ लोग पहुंचे तो नजारा देखकर दंग रह गए। उन्होंने दोनों कर्मचारियों को युवतियों के साथ धर दबोचा और फोटो-वीडियो वायरल कर दिए। यह मामला मध्य प्रदेश में इंदौर शहर के एक सरकारी हॉस्पिटल का है।
इसके बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और दोनों को नौकरी से हटा दिया गया। पूरे मामले में एजेंसी के सुपरवाइजर की भूमिका भी संदिग्ध बनी हुई है। कंपनी के सुपरवाइजर अतुल मराठे की जिम्मेदारी निगरानी की है।
जानकारी के अनुसार, मुर्दा घर के वेटिंग रूम में एक कर्मचारी बिस्तर पर युवती के साथ मिलता है। एक अन्य युवती और कर्मचारी दूसरे कमरे में मिलते हैं। एमवायएच में साफ-सफाई और सुरक्षा सहित अन्य काम एचएलएल और यूडीएस कंपनी मिलकर देखती है। इस पूरे मामले के बाद एक बार फिर अस्पताल प्रबंधन की नाकामियां सामने आ गई है। हॉस्पिटल के मॉर्चरी में शवों की चौकसी करने वाली तैनात की गई एक कंपनी के दो कर्मचारी दो युवतियों के साथ पकड़ाए।
जैसे ही पोस्टमॉर्टम रूम के एक कमरे में दो युवतियां दिखीं तो शव रखने आए परिजन ने आपत्ति ली। एक ने उनके फोटो खींच लिए। यह देख हड़कंप मच गया। कर्मचारियों ने तत्काल लड़कियों को बाहर निकाला और उनके घर भी छोड़ आए। जब परिजन इसकी आपत्ति लेने लगे तो वे बोले कि आपको क्या करना है। आप अपना शव रखो और चले जाओ।
यहां चैकसी करने वाले दो युवक चार दिन से दो लड़कियों को रोजाना ला रहे थे। एक बार तो उन्हें इमरजेंसी के पास देखा गया था। रात को कुछ परिजन शव लेकर वहां पहुंचे थे। इस दौरान स्ट्रेचर वाला कर्मचारी भी मौजूद था। वे जैसे ही पोस्टमॉर्टम रूम के बाहर पहुंचे तो देखा कि लोगों के आने-जाने पर नजर रखने के लिए दो युवक बाहर तैनात थे। वे अंदर जाकर कुछ इशारा कर पाते इसके पहले ही परिजन और स्ट्रेचर लेकर कर्मचारी वहां पहुंच गया। उन्होंने दोनों युवतियों को अंदर देखा और फोटो खींच लिए। मामले में सामने आया कि लड़की, अपने बॉयफ्रेंड का जन्मदिन मनाने यहां आई थी।