मुंगेली: अधिवक्ता स्वतंत्र तिवारी ने कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य सचिव, के नाम आपत्ति पत्र प्रेषित करते हुए सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में होने वाले संविदा/प्रतिनियुक्ति शिक्षकों की नियुक्ति में डॉ. सीवी रमन विवि के डिग्रीधारकों को प्राथमिकता न देने एवं उनकी सूक्ष्मता से जांच करने की मांग की हैं, आपत्तिकर्ता ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी पत्र भेज मामले से अवगत कराया गया हैं.
अधिवक्ता स्वतंत्र तिवारी ने कहा है की कई वर्षो से सीवी रमन विवि फर्जी डिग्रियों को लेकर विवादों में रहा हैं और इसी विवाद के चलते लगभग 2 साल पहले यूनिवर्सिटी प्रबंधन के 4 तत्कालीन पदाधिकारियों के विरुद्ध कोटा थाने में FIR भी दर्ज हुआ था, साथ ही मुंगेली जिले में संचालित सीवी रमन के स्टडी/परीक्षा केंद्रों में भी नकल की शिकायत सही साबित हुई थी, इसके अलावा जिला पंचायत रायगढ़ ने कई नियमों एवं पत्रों के आधार पर 2017 में यूजीसी के द्वारा जारी गाइड लाइन के आधार पर सीवी रमन विवि से कई विषयों पर दूरस्थ पद्धति से प्राप्त डिग्री/उपाधि को चयन समिति द्वारा अमान्य किया गया तथा आवेदकों के आवेदन निरस्त कर दिया गया था, इन्ही सभी बातों को आधार बनाकर मुंगेली के अधिवक्ता स्वतंत्र तिवारी ने सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में होने वाले संविदा/प्रतिनियुक्ति शिक्षकों की नियुक्ति में डॉ. सीवी रमन विवि के डिग्रीधारकों को प्राथमिकता न देने एवं उनकी सूक्ष्मता से जांच करने की मांग की हैं. कलेक्टर पीएस एल्मा ने मामलें को संज्ञान में लेते हुए तत्काल आपत्ति पत्र पढ़ कार्यवाही का भरोसा दिया हैं.