भोपाल: मध्यप्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत 19 विधयकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सरकार अल्प मत में आ सकती है एवं मध्य प्रदेश में सत्ता भी हाथ से निकल जाएगी. मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का तख्तापलट होना अब तय माना जा रहा है. हालत गंभीर होने के बाद कमलनाथ ने दिल्ली जाकर ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभी मांगें मानने की मंजूरी दी लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. कमलनाथ को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. कमलनाथ और दिग्विजय सिंह लगातार अपनी सरकार बचाने की कोशिश कर रहे हैं परंतु जिस तरह की हालात और संकेत दिखाई दे रहे हैं, बताते हैं कि तख्तापलट निश्चित रूप से होगा.
मामा की वापसी तय
मध्य प्रदेश में मामा के नाम से प्रख्यात पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में अमित शाह से मिले थे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे. माना जा रहा है कि आज शाम को भाजपा विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा. कांग्रेस के अल्पमत में आते ही भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी. इसके बाद मामा यानि शिवराज सिंह का मुख्यमंत्री बनना तय हो जायेगा.